कच्चे तेल की कीमतों में तेजी रह सकती है और कीमतें 3,670-3,760 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं।
ओपेक के तेल उत्पादन में कटौती जारी रहने के बीच फोर्टीज उत्तरी सागर पाइपलाइन के बंद होने के कारण ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें 2015 के बाद पहली बार 65 डॉलर से ऊपर पार कर गयी है। अमेरिकी तेल रिगों की संख्या में बढ़ोतरी के साथ ही अमेरिकी कच्चे तेल के उत्पादन में वृद्धि की संभावना से ओपेके के तेल उत्पादन में कटौती का असर समाप्त हो सकता है। ओपेक और रूस तेल उत्पादन में कटौती को 2018 के अंत तक जारी रखने पर सहमत हुए हैं। नेचुरल वायदा की गैस कीमतें 178-186 रुपये के दायरे में कोराबोर कर सकती हैं। (शेयर मंथन, 12 दिसंबर 2017)