कच्चे तेल की कीमतें 3,970-4,040 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
कच्चे तेल की साप्ताहिक भंडार के आँकड़ों से कीमतों को दिशा मिल सकती है। अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में गिरावट के बावजूद प्रमुख करेंसियों के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने के कारण आज तेल की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। तेल बाजार का कारोबार डॉलर में होता है। अत: डॉलर के मजबूत होने से अन्य करेंसियों वाले देशों के लिए तेल महंगा हो जाता है और माँग कम हो जाती है। एपीआई के अनुसार 16 फरवरी को समाप्त हफ्ते में कच्चे तेल का भंडार 9,07,000 बैरल की गिरावट के साथ 420.3 मिलियन बैरल रह गया। नेचुरल गैस वायदा की कीमतें बढ़त के साथ खुल कर 172-178 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। अमेरिका में पिछले अनुमान की तुलना में अधिक ठंड के अनुमान के बाद गैस की माँग में बढ़ोतरी होने की आंशका से अमेरिकी गैस वायदा की कीमतें दो हफ्ते के उच्च स्तर पर पहुँच गयी है। साप्ताहिक भंडार के आँकड़ों से कीमतों को दिशा मिल सकती है। (शेयर मंथन, 22 फरवरी 2018)