कच्चे तेल की कीमतों को हाल ही में तेज गिरावट के बाद मौजूदा स्तरों पर सहारा मिल सकता है।
ईरान और वेनेजुएला से तेल आपूर्ति में कमी की भरपायी करने के लिए रूस और सउदी अरब के इस वर्ष की दूसरी छमाही में तेल उत्पादन में 1 मिलियन प्रति दिन की बढ़ोतरी करने पर सहमत होने के बाद तेल की कीमतों पर दबाव बना हुआ है। इसके साथ ही अमेरिकी स्टॉक मार्केट में गिरावट और अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में बढ़ोतरी के कारण भी तेल की कीमतों पर दबाव पड़ रहा है। अमेरिकी स्टॉक मार्केट में जहां 1% से अधिक की गिरावट हुई है, वहीं डॉलर इंडेक्स यूरो के मुकाबले 10 महीने के उच्च स्तर पर पहुँच गया है।
एमसीएक्स में तेल की कीमतों को 4,480 रुपये के नजदीक सहारा और 4,580 रुपये के करीब बाधा का सामना करना पड़ सकता है। नेचुरल गैस वायदा की कीमतों के 105-203 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। उत्पादन के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुँचने और मौसम के सामान्य रहने के अनुमान के बाद अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में कल गिरावट हुई है। (शेयर मंथन, 30 मई 2018)