बेस मेटल के नरमी रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना है।
चीन के औद्योगिक उत्पादन, निवेश और रिटेल बिक्री के अनुमान से कम बढ़नें के कारण कीमतों पर दबाव रह सकता है। यदि चीन प्रदूषक उद्योग पर कर्रावाई जारी रखता है तो आँकड़ों में आगे भी कमजोर रहने की संभावना है। जनवरी- मई में चीन का फिक्स्ड एसेट निवेश पिछले वर्ष की समना अवधि की तुलना में 6.1% की दर से बढ़ा है जो फरवरी 1996 के बाद सबसे धीमी गति का निवेश है। मई में रिटेल बिक्री भी जून 2003 के बाद सबसे धीमी गति से बढ़ी हैं।
तांबें की कीमतों को 490 रुपये के स्तर पर बाधा रहने की सभावना है और कीमतों में 478 रुपये तक गिरावट हो सकती है। जिंक की कीमतों को 215 रुपये के स्तर पर सहारा और 220 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकती है। लेड की कीमतों को 166 रुपये के स्तर पर सहारा और 169 रुपये के स्तर पर बाधा रहने की संभावना है। निकल में उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली हो सकती है और कीमतों को 1,062 रुपये के स्तर पर अड़चन रहने की संभावना है। इसकी कीमतों में 1,040 रुपये तक गिरावट पर रोक लगी रह सकती हैं। एल्युमीनियम की कीमतों के एक दायरे में कारोबार करने की संभावना है और कीमतों को 152 रुपये के स्तर पर सहारा और 157 रुपये के स्तर पर बाधा रहने की संभावना है। (शेयर मंथन, 14 जून 2018)