कच्चे तेल की कीमतें तेजी के रुझान के बीच 4,425 रुपये पर सहारे के साथ 4,500-4,520 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
सिंगापुर में उत्तर कोरिया और अमेरिकी के बीच बैठक के बाद तनाव कम होने की सभावना से नाइमेक्स में आज तेल की कीमतों में बढ़त देखी जा रही है। लेकिन ओपेक और गैर-ओपेक देशों को होनें वाली बैठक के फैसले से पहले कारोबारी कोई नयी पोजिशन लेने से बच रहे हैं। ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें 10 सेंट की बढ़त के साथ 76.56 डॉलर और डब्ल्यूटीआई कच्चे तेल की कीमतें 14 सेंट की बढ़त साथ 66.24 डॉलर के स्तर पर हैं। ओपेक और रूस द्वारा तेल उत्पादन में लगातार कटौती और वेनेजुएला में उत्पादन में कमी के कारण कीमतों की गिरावट पर रोक लग लकती है। लेकिन अमेरिकी कच्चे तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी से कीमतों को पर नरमी का दबाव बन सकता है।
नेचुरल वायदा गैस की कीमतों में रिकवरी जारी रह सकती है और कीमतों को 196 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि जून के अंत तक तापमान सामन्य से अधिक रह सकता है, जिससे गैस की माँग सामान्य से अधिक हो सकती है। इस बीच गैस भंडार में कमी को पूरा करने के लिए अगले कुछ हफ्तों में बाजार को उत्पादन में वृद्धि का अनुमान है। (शेयर मंथन, 12 जून 2018)