शुक्रवार को तेज उछाल के बाद कच्चे तेल में मिला-जुला कारोबार हो सकता है।
ओपेक और उसके सहयोगी देश शनिवार को जुलाई से तेल उत्पादन में बढ़ोतरी करने पर सहमत हो गये हैं। सऊदी अरब ने तेल आपूर्ति में बढ़ोतरी करने का आग्रह किया था। ओपेक ने कहा है कि तेल उत्पादन में बढ़ोतरी को लेकर कोई विशेष लक्ष्य तय नही किया गया है। शनिवार को गैर-ओपेक देशों ने भी तेल आपूर्ति को लेकर करार में सहयोग करने का वायदा किया है। लेकिन बैठक में तेल का उत्पादन बढ़ाये जाने को लेकर सउदी अरब और ईरान के बीच भारी मतभेद बना रहा। इस बीच अमेरिकी कंपनियों ने 22 जून को समाप्त हफ्ते में तेल रिगों की संख्या में 1 की कमी की है, जिसके कारण कुल रिग 862 रह गये हैं। कच्चे तेल की कीमतों को 4,720 रुपये के नजदीक बाधा रह सकती है और कीमतों को 4,620 के स्तर पर सहारा रह सकता है।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों के साइडवेज रहने की संभावना है। नेचुरल गैस की कीमतें 202 रुपये के नजदीक बाधा के साथ 197 रुपये तक गिर सकती हैं। बेकर ह्यूज के अनुसार 22 जून को समाप्त हफ्ते में गैस रिगों की संख्या 6 कम होकर 188 रह गयी है। (शेयर मंथन, 25 जून 2018)
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों के साइडवेज रहने की संभावना है। नेचुरल गैस की कीमतें 202 रुपये के नजदीक बाधा के साथ 197 रुपये तक गिर सकती हैं। बेकर ह्यूज के अनुसार 22 जून को समाप्त हफ्ते में गैस रिगों की संख्या 6 कम होकर 188 रह गयी है। (शेयर मंथन, 25 जून 2018)