कच्चे तेल की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
तेल की कीमतों को 4,760 रुपये पर सहारा और 48,50 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकती है। चीन और अमेरिका के बीच व्यापार विवाद के कारण वैश्विक वृद्धि के बाधित होने की आशंका से आज तेल की कीमतों में गिरावट हुई है, लेकिन ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध के कारण तेल की आपूर्ति कम होने की संभावना से कीमतों में गिरावट सीमित रही है। अमेरिकी तेल के भंडार में कमी और तेल रिगों की संख्या में कमी के कारण भी कीमतों को मदद मिल सकती है। अमेरिकी उर्जा कंपनियों ने इस हफ्ते 9 तेल रिग घटायी हैं, जो मई 2016 के बाद सबसे अधिक कमी है। इस बीच कारोबारियो की नजर सामरिक और वैश्विक व्यापार को लेकर तनावों पर है। (शेयर मंथन, 27 अगस्त 2018)