कच्चे तेल की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है।
कच्चे तेल की कीमतों को 3,000 रुपये के स्तर पर सहारा और 3,350-3,420 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकती है। स्टॉक मार्केट में तेजी के कारण पिछले कारोबार में अमेरिकी तेल की कीमतों में उछाल आज भी जारी रह सकती है। लेकिन आपूर्ति की अधिकता और विश्व स्तर पर माँग में कमी की आशंका के कारण कीमतों पर दबाव बना रह सकता है। पिछले कारोबार में ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें 8% की उछाल के साथ 54.47 डॉलर पर पहुँच गयी थीं, जबकि डब्ल्यूटीआई कच्चे तेल की कीमतें 8.7% की उछाल के बाद आज 0.56% की बढ़त के साथ 46.48 डॉलर पर कारोबार कर रही हैं। अमेरिकी अवकाश के दौरान व्यय में उछाल और डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा निवेशकों के विश्वास की बहाली के प्रयास के बाद वैश्विक शेयर बाजारों में उछाल दर्ज की गयी।
नेचुरल गैस की कीमतों के 230-255 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है। अमेरिका में सामान्य से कम तापमान के बाद माँग में बढ़ोतरी की संभावना से अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में लगभग दो महीने के निचले स्तर से उछाल दर्ज की गयी। इस महीने गैस की कीमतों में अभी तक 24% की गिरावट हुई है। (शेयर मंथन, 27 दिसंबर 2018)