कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
चीन और अमेरिका के बीच गहराते तनाव के कारण तेल की कीमतों पर दबाव रह सकता है जबकि ईरान और वेनेजुएला पर अमेरिकी प्रतिबंध के कारण कीमतों को मदद मिल सकती है। अमेरिका ने ईरान के तेल निर्यात पर प्रतिबंध को सख्त कर दिया है और मध्य-पूर्व में अपनी सैन्य उपस्थिति भी बढ़ा रहा है। ईरान ने कहा है कि वह ग्रे-मार्केट में तेल की बिक्री जारी रखेगा।
कच्चे तेल की कीमतों में 4,250 रुपये पर सहारा के साथ 4,370 रुपये तक बढ़त दर्ज की जा सकती है। अमेरिकी प्रतिबंध के कारण ईरान के तेल का निर्यात पहले ही आधा हो चुका है और अब मई में कुल निर्यात 5,00,000 बैरल प्रति दिन रह जाने का अनुमान है।
इस बीच नेचुरल गैस वायदा की कीमतें 176-182 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 08 मई 2019)
कच्चे तेल की कीमतों में 4,250 रुपये पर सहारा के साथ 4,370 रुपये तक बढ़त दर्ज की जा सकती है। अमेरिकी प्रतिबंध के कारण ईरान के तेल का निर्यात पहले ही आधा हो चुका है और अब मई में कुल निर्यात 5,00,000 बैरल प्रति दिन रह जाने का अनुमान है।
इस बीच नेचुरल गैस वायदा की कीमतें 176-182 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 08 मई 2019)