कच्चे तेल में उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली होने की संभावना है।
अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में अनुमान से अधिक बढ़ोतरी और अमेरिका और चीन के बीच पहले चरण के व्यापार करार पर हस्ताक्षर में दिसंबर तक देरी की संभावना से कीमतों पर दबाव पड़ रहा है। दोनों देशों के बीच व्यापार विवाद के कारण विश्व स्तर पर आर्थिक वृद्धि की रफ्तार धीमी हुई है और एनालिस्टों ने तेल माँग में कमी का अनुमान लगाया है और इस कारण 2020 में आपूर्ति बढ़ सकती है।
चीन के वाणिज्य मंत्री ने कहा है कि चीन और अमेरिका दोनों ही बिना किसी समय सीमा के चरणबद्ध तरीके से शुल्क हटाये जाने को लेकर सहमत हो गये हैं। कच्चे तेल की कीमतें 4,110 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 4,000 रुपये पर पहुँच सकती हैं। ईआईए के अनुसार पिछले हफ्ते अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। ठंडे मौसम के कारण नेचुरल गैस वायदा में उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली हो सकती है और कीमतों में 201 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 196 रुपये तक गिरावट हो सकती हैं। (शेयर मंथन, 08 नवंबर 2019)