बेस मेटल की कीमतों में मिला-जुला रुझान रहने की संभावना है।
तांबे की कीमतों के 439 रुपये पर सहारे के साथ 446 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। सितंबर में चीन का आयात और निर्यात अनुमान से अधिक कम हुआ है और पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में निर्यात 3.2% कम हुआ है, जबकि आयात 8.5% कम हुआ है। जिंक की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है और कीमतों के 190 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 198 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है।
एलएमई में जिंक के तीन महीने के अनुबंध पर नकद जिंक का प्रीमियम बढ़कर 62 डॉलर प्रति टन हो गया है जो, 1 जुलाई के बाद सबसे अधिक है, क्योंकि अधिक प्रीमियम एलएमई प्रणाली में धातु की कमी की ओर संकेत करता है।
लेड की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतों के 154 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 159 रुपये के स्तर पर रुकावट रहने की संभावना है। निकल की कीमतों में गिरावट जारी रहने की संभावना और कीमतें 1,190 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 1,150 रुपये के स्तर तक लुढ़क सकती है। एसएचएफई के वेयर हाउसों में निकल का भंडार 1 जून 2018 के बाद सबसे अधिक हो गया है।
एल्युमीनियम की कीमतों के 133 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 136 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। (शेयर मंथन, 11 नवंबर 2019)