कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,290 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 3,080 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कोरोना वायरस वायरस से दुनिया भर में अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान पहुँचने के बावजूद ईंधन की माँग बढ़ने के विश्वास से आज तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है और कीमतें लगातार दूसरे हफ्ते बढ़त की ओर अग्रसर है।
ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतों में लगभग 1.6% की साप्ताहिक बढ़त देखी जा रही है जबकि अमेरिकी बेंचमार्क इस सप्ताह लगभग 3% की बढ़त दर्ज की जा रही है। अमेरिकी सरकार के आँकड़ों के अनुसार अमेरिकी कच्चे तेल, गैसोलीन और डिस्टिलेट सभी के भंडार में गिरावट के कारण इस सप्ताह कीमतों में बढ़ोतरी हुई है क्योंकि पिछले सप्ताह सभी रिफाइनरों ने उत्पादन में वृद्धि की और तेल उत्पादों की माँग में सुधर हुआ। फिर भी, अंतरराट्रीय ऊर्जा एजेंसी ने इस वर्ष के लिए अपने तेल माँग के अनुमान को कम कर दिया है, और कहा है कि कोविड-19 महामारी के कारण कम हवाई यात्रा से इस साल वैश्विक तेल खपत में 8.1 मिलियन बैरल प्रति दिन की कमी आयेगी। लेकिन ओपेक ने कल अनुमान लगाया है कि 2020 में विश्व स्तर पर तेल की माँग कोरोना वायरस की वजह से पहले की तुलना में अधिक कम हो जायेगी और अगले साल भी रिकवरी के बारे में संदेह है।
नेचुरल गैस की कीमतों में गिरावट पूरी हो गयी है और अब उछाल दर्ज की जा सकती है और कीमतों को 154 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 165 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है। अमेरिकी ऊर्जा विभाग के अनुसार अमेरिकी गैस भंडार में अनुमान से अधिक बढ़ोतरी के बावजूद कल नेचुरल गैस की कीमतों में गिरावट हुई। दक्षिण पश्चिम और पश्चिम में मौसम सामान्य रहने और मध्य-पश्चिम में सामान्य से अधिक ठंडा रहने की उम्मीद है। (शेयर मंथन, 14 अगस्त 2020)