बेस मेटल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं।
तांबे की कीमतें 534 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 522 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। शंघाई में जिंक और निकल को छोड़कर अन्य बेस मेटल की कीमतों में बढ़त देखी जा रही है जबकि एलएमई में भी कीमतों में नरमी देखी जा रही है। निवेशक अमेरिका और चीन के बीच तनाव पर पैनी नजर रखे हुये हैं। अगस्त में लगातार तीसरे महीने चीन के निर्यात में बढ़ोतरी हुई, जिस से दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में सुधार को बढ़ावा देने के लिए इसके व्यापारिक भागीदारों द्वारा कोरोना वायरस लॉकडाउन में ढील को अधिक बढ़ावा की अहम भूमिका रही है।
जिंक की कीमतें 197 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 193 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। जिंक की अधिक कीमतों के कारण खरीदारों के बाजार से दूर होने के कारण हाजिर बाजार में कारोबार नहीं हो रहा है जिससे शंघाई में जिंक की कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना नहीं है। लेड की कीमतें 156 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 152 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। निकल की कीमतों में तेजी रह सकती है और कीमतों को 1,098 रुपये के पास समर्थन के साथ 1,136 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है।
एल्युमीनियम की कीमतें 142 रुपये के पास सहारा के साथ 146 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। चीन ने जून में 123,000 टन प्राथमिक एल्यूमीनियम और जुलाई में 185,000 टन का आयात किया है। (शेयर मंथन, 08 सितंबर 2020)