बेस मेटल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना हैं।
तांबे की कीमतें 548 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 540 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। शंघाई में बेस मेटल की कीमतों में आज नरमी देखी जा रही है जबकि एलएमई में कीमतों में भी गिरावट हुई है जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले स्टीमुलस बिल के पारित होने की धूमिल होती उम्मीद के कारण डॉलर के मजबूत होने से और दुनिया भर में कोविड-19 के बढ़ते मामलों से विकास दर के बाधित होने की आशंका से कीमतों पर दबाव पड़ रहा है।
जिंक की कीमतें 209 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 205 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। लेड की कीमतें 151 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 147 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। निकल की कीमतों में तेजी रह सकती है और कीमतों को 1,140 रुपये के पास समर्थन के साथ 1,170 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। फिलीपींस में बारिश को मौसम आने के बाद आपूर्ति कम होने से निकल अयस्क की कीमतों में तेजी बनी हुई है। कच्चे माल की कीमतों के समर्थन से एनपीआई की कीमतें भी बढ़ रही है। बेहतर माँग और आयातित माल की छोटी आवक के कारण रिफाइंड निकल की आपूर्ति निकट अवधि में कम होने की संभावना है।
एल्युमीनियम की कीमतें 155 रुपये के पास अड़चन के साथ 151 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। आधिकारिक आँकड़ों के अनुसार सितंबर में चीन शुद्ध एल्युमीनियम निर्यातक होने के बाजाय फिर से आयतक हो गया है क्योंकि विदेशी और घरेलू धातु के बीच कीमत का अंतर कम हो गया, जिससे विदेशों से आयात अधिक महँगा हो गया और आयात मात्रा कम हो गयी। जनरल एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ कस्टम्स के अनुसार दुनिया के शीर्ष एल्युमीनियम उत्पादक देश ने पिछले महीने 3,55,999 टन कच्चे एल्युमीनियम और एल्यूमीनियम उत्पादों का आयात किया। जबकि 4,26,469 टन निर्यात किया है। (शेयर मंथन, 26 अक्टूबर 2020)