बेस मेटल की कीमतों में तेजी रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतें 585 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 590 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
नवंबर में यूरोप, संयुक्त राज्य अमेरिका और एशिया में मैनुफैक्चरिंग में तेजी से बढ़ोतरी और कोरोना वायरस टीकों से निवेशकों के बीच आर्थिक दृष्टिकोण को लेकर सेंटीमेंट बेहतर होने से तांबे की कीमतें 2013 के बाद से उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी है। चीन में कारखाना गतिविधि सबसे अधिक उपयोगकर्ता, एक दशक में सबसे तेज गति से बढ़ी है। तांबे की कीमतें मार्च के 4,371 डॉलर के निचले स्तर से बढ़ा है और पिछले चार हफ्तों में लगभग 1,000 डॉलर बढ़ गया है क्योंकि सरकारों ने बाजारों में पैसा डाला और सटोरियों ने तेजी में खरीदारी बढ़ा दी है। कनाडा की खनन कंपनी लुंडिन माइनिंग कॉर्प ने कहा कि 2021 में तांबा उत्पादन 25% बढ़कर 275,000 टन और 299,000 टन के बीच हो जायेगा और इसके साथ ही जिंक उत्पादन में भी वृद्धि होगी।
जिंक की कीमतें 215 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 218 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। लेड की कीमतें 159 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 162 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। निकल की कीमतों में तेजी रह सकती है और कीमतों को 1,202 रुपये के पास समर्थन के साथ 1,222 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। चीन द्वारा अधिक से अधिक निकल की प्राप्ति की कोशिश के कारण निकल की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है जबकि ऑस्ट्रेलियाई निकल उत्पादकों के लिए एक अवसर बन गया है।
एल्युमीनियम की कीमतों में 166 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 169 रुपये तक बढोतरी हो सकती है। चीन में आठ उपभोग क्षेत्रों में प्राथमिक एल्युमीनियम के सार्वजनिक भंडार, एसएचएफई के वारंट सहित, 26 नवंबर तक 19,000 मिलियन टन घटकर 596,000 मिलियन टन रह गया है। (शेयर मंथन, 02 दिसंबर 2020)