बेस मेटल की कीमतों में तेजी रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतें 602 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 608 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
आज शंघाई और लंदन में बेस मेटल की कीमतों में तेजी का रुझान है। कई देशों में कोरोना वायरस वैक्सीन को लगाए जाने और अमेरिकी कोरोना वायरस प्रोत्साहन पैकेज को लेकर प्रगति के कारण बाजार के सेंटीमेंट में बढ़ोतरी हुई। धातु के शीर्ष उपभोक्ता चीन में अधिक माँग के बाद भंडार में कमी होने और फेड द्वारा आने वाले वर्ष में ब्याज दरों के शून्य के पास रहने की संभावना के बाद डॉलर के कमजोर होने से भी तांबे की कीमतों को मदद मिली। चीन का फैक्ट्री उत्पादन नवंबर में 20 महीनों में सबसे तेज गति से बढ़ा, जो उपभोक्ता खर्चों में वृद्धि और प्रमुख व्यापारिक भागीदार देशों में कोविड-19 प्रतिबंधें में दी गयी क्रमिक ढील के कारण हुआ है। संयुक्त राज्य अमेरिका में भी मोटर वाहन उत्पादन में बढ़ोतरी के कारण मैनुफैक्चरिंग उत्पादन नवंबर में उम्मीद से अधिक बढ़ गया। एलएमई-पंजीकृत वेयरहाउस में तांबे का स्टॉक अक्टूबर के मध्य से लगभग 30% कम होकर 133,125 टन रह गया है। इसमें से अधिकांश स्टॉक चीन में जा रहा है।
जिंक की कीमतें 218 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 221 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। लेड की कीमतें 157 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 161 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। निकल की कीमतों में तेजी रह सकती है और कीमतों को 1,296 रुपये के पास समर्थन के साथ 1,315 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है। स्टील मिलों की ओर से माँग में बढ़ोतरी और सटोरियों की खरीदारी से निकल की कीमतों को मदद मिल रही है।
एल्युमीनियम की कीमतों में 164 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 167 रुपये तक बढोतरी हो सकती है। एलएमई के गोदामों में एल्युमीनियम का स्टॉक 19,850 टन बढ़कर 1.37 मिलियन टन हो गया। इसमें में से अधिकांश डिलीवरी पोर्ट क्लांग, मलेशिया में गोदामों में हुई है। (शेयर मंथन, 17 दिसंबर 2020)