बेस मेटल की कीमतों के एक दायरे में कारोबार होने की संभावना है क्योंकि कोविड-19 टीकाकरण में लॉजिस्टिक मुद्दों को कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था में तेजी से रिकवरी की उम्मीद कम हो रही है, जिससे कीमतों की बढ़त पर रोक लग रही है जबकि एक्सचेंज के गोदामों में स्टॉक में गिरावट और कमजोर डॉलर से काउंटर को मदद मिल सकता हैं।
कोविड-19 महामारी के कारण 2020 में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से अमेरिकी अर्थव्यवस्था सबसे तेज गति से धीमी हुई है। तांबे की कीमतें 585-610 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। एलएमई द्वारा प्रमाणित गोदामों में तांबे का स्टॉक सितंबर के बाद से सबसे कम 76,350 टन रह गया है। शंघाई एक्सचेंज के साथ पंजीकृत गोदामों में स्टॉक 2011 के बाद से सबसे कम हो गया हैं, जबकि कॉमेक्स में भी भंडार कम हो रहा हैं। सरकारी कंपनी कोचिल्को ने कहा है कि उसने इस वर्ष कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण अभियानों के साथ-साथ चीनी अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी संभावनाओं के बीच तांबे की कीमत के लिए अपने अनुमान को 3.30 डॉलर प्रति पाउंड तक बढ़ा दिया है।
जिंक की कीमतें 200-215 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है जबकि लेड की कीमतें 155-165 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। एलएमई के गोदामों के भंडार में हाल ही में उछाल से जिंक की कीमतों पर दबाव पड़ा है। इंटरनेशनल लेड और जिंक स्टडी ग्रुप ने कहा है कि 2021 में वैश्विक स्तर पर रिफाइंड जिंक बाजार में 4,63,000 टन सरप्लस रहने की उम्मीद है। निकल की कीमतें 1,250-1,320 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। 2020 में, इंडोनेशिया से चीन के निकल पिग आयरन का आयात, जो अभी भी निर्यात किया जा सकता है, वर्ष-दर-वर्ष 100.9% बढ़कर 2.73 मिलियन टन हो गया।
एल्युमीनियम की कीमतें 155-165 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। चीन से एल्युमीनियम स्क्रैप के लिए भारत डंपिंग ग्राउंड बन रहा है। वित वर्ष 2020 में अमेरिका से भारत में एल्युमीनियम स्क्रैप के आयात में वित वर्ष 2015 के स्तर की तुलना में 327 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। (शेयर मंथन, 01 फरवरी 2021)