कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 4,160 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 4,065 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
वैश्विक स्तर पर तेल के भंडार के इस साल सामान्य स्तर से नीचे पर आ जाने के और अमेरिकी सांसदों द्वारा राष्ट्रपति जो बिडेन के 1.9 ट्रिलियन डॉलर के कोविड -19 सहायता बिल को रिपब्लिकन समर्थन के बिना मंजूरी दिये जाने के बाद कल तेल की कीमतों में वृद्धि हुई है। लेकिन मजबूत अमेरिकी डॉलर ने बढ़त को सीमित कर दिया। प्रमुख उत्पादकों के संगठन ओपेक प्लस द्वारा बुधवार को हुई एक बैठक में कम उत्पादन नीति के बरकरार रखने और संयुक्त राज्य अमेरिका में कच्चे माल के भंडार पिछले साल मार्च के बाद अपने सबसे निचले स्तर पर आने के कारण तेल की कीमतों में वृद्धि हुई। पेट्रोलियम निर्यातक देशों (ओपेक) और सहयोगियों के संगठन के उत्पादकों को खुशी है कि कोरोना वायरस वायरस महामारी के माँग म आयी कमी की रिकवरी को लेकर अनिश्चितता के बावजूद आपूर्ति में अधिक कटौती की नीति से कच्च तेल के भंडार में कमी आ रही है। कोविड-19 टीकों में निरंतर प्रगति भी तेल की कीमतों को मदद मिल रही है।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेज उठापटक होने की संभावना है और कीमतों को 207 रुपये के स्तर पर अड़चन और 198 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। नेचुरल गैस के भंडार में अनुमान से अधिक गिरावट के कारण कल अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में उछाल दर्ज की गयी। अगले दो सप्ताह तक अमेरिका के सभी हिस्सों में मौसम सामान्य रहने की उम्मीद है। (शेयर मंथन, 05 फरवरी 2021)