कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 4,770 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 4,670 रुपये के स्तर पर सहरा रह सकता है।
संयुक्त राज्य अमेरिका में बढ़ते तेल भंडार के साथ ही जर्मनी और फ्रांस सहित कई देशों द्वारा कोविड -19 टीकाकरण को रोकने के बाद माँग को लेकर खतरा बढ़ने के कारण आज कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। जर्मनी, फ्रांस और इटली ने संभावित गंभीर दुष्प्रभावों की रिपोर्ट के बाद एस्ट्राजेनेका पीएलसी के कोविड -19 इंजेक्शन को निलंबित करने की योजना बनायी है, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि टीके का दुष्प्रभावों के साथ कोई संबंध स्थापित नहीं हुआ है। इन कदमों से यूरोप क्षेत्र में टीकाकरण की धीमी गति को लेकर चिंतायें बढ़ रही हैं, जिससे कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक में किसी भी आर्थिक सुधार में देरी हो सकती है। संयुक्त राज्य अमेरिका में, पिछले महीने के ‘बड़े फ्रीज’ के कारण रिफाइनरियों के बंद होने से तेल भंडार भी बढ़ रहा हैं जिससे कीमतों पर दबाव पड़ रहा है।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेज उठापटक होने की संभावना है और कीमतों को 185 रुपये के स्तर पर रुकावट और 177 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। बाजारों में गैस की अभी भी अधिक आपूर्ति और हल्के तापमान, और उच्च उत्पादन के कारण नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में कल गिरावट हुई है। (शेयर मंथन, 16 मार्च 2021)