बेस मेटल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं। तांबे की कीमतें 681 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 670 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
शंघाई में बेस मेटल की कीमतों में आज तेजी का रुझान है जबकि निवेशक अमेरिकी फेडरल रिजर्व नीति की बैठक के फैसले का भी इंतजार कर रहे हैं। चीन के सरकारी आँकड़ो के अनुसार जनवरी-फरवरी में चीन के औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि के बाद तांबे की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गयी जबकि चीनी शहरों में बिजली की खपत में कमी ऊर्जा-गहन एल्युमीनियम की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। मार्च में चीन के तांबा आयात में रिकवरी होने की संभावना है, लेकिन वर्ष की शुरूआत निराशाजनक ढंग से होने के बाद अपेक्षित वृद्धि काफी तेज नहीं हो सकती है। चीन के सीमा शुल्क ब्यूरो के आँकड़ों के अनुसार, 2021 के पहले दो महीनों में 2020 में 8,84,009 टन तांबे का आयात हुआ, जो पिछले वर्ष की समान अवधि से 4.65% अधिक है।
जिंक की कीमतें 221 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 218 रुपये, लेड की कीमतें 160 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 156 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। जनवरी में पेरू में जिंक उत्पादन 1,21,578 टन हुआ है जो 2020 की समान अवधि में 1,26,021 टन से 3.5% कम है। निकल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना है और कीमतों को 1,145 रुपये के पास समर्थन के साथ 1,172 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। निकल और स्टेनलेस स्टील की दिग्गज कंपनी चीन के तिंगशान होल्डिंग ग्रुप, ने कहा है कि वह बैटरी बनाने वाले ग्राहकों के लिए निकल सल्पफेट में रूपांतरण के लिए 75,000 टन प्रति वर्ष निकेल मैट का उत्पादन करेगी। रूस में उत्पादन करने वाली प्रमुख निकल कंपनियों में से नोरिल्स्क निकल का उत्पादन, जो पानी की कमी के कारण रुक गया था, पिफर से शुरू कर सकती है।
एल्युमीनियम की कीमतों में 176 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 173 रुपये तक गिरावट हो सकती है। आधिकारिक आँकड़ों से पता चलता है कि पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 2021 के पहले दो महीनों में चीन का एल्युमीनियम उत्पादन 8.4% बढ़ा है क्योंकि कीमतों में बढ़ोतरी के बाद स्मेल्टरों ने नयी क्षमता बढ़ायी है। (शेयर मंथन, 16 मार्च 2021)