कच्चे तेल में उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली होने की संभावना हैं और कीमतों को 5,120 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 5,040 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
दुनिया के शीर्ष तेल उपभोक्ता, संयुक्त राज्य अमेरिका में गैसोलीन शेयरों में वृद्धि, जो गर्मियों की शुरुआत में अनुमान से कमजोर ईंधन की माँग को इंगित करता है, के कारण तेल की कीमतों में आज गिरावट हुई है। एनर्जी इंफॉर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन (ईआईए) के अनुसार अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व (एसपीआर) शामिल है, जो लगातार 11 वें सप्ताह तक कम हुआ है क्योंकि रिफाइनरों ने उत्पादन बढ़ाया, लेकिन कमजोर उपभोक्ता माँग के कारण ईंधन के भंडार में तेजी से वृद्धि हुई। ईआईए के अनुसार 4 जून को समाप्त में एसपीआर को छोड़कर कच्चे तेल के भंडार में 5.2 मिलियन बैरल गिरावट के साथ 474 मिलियन बैरल हो गयी, जो लगातार तीसरी साप्ताहिक गिरावट है। इस बीच लीबिया की वहा ऑयल कंपनी का लक्ष्य पाइपलाइन में रिसाव, जिससे कंपनी का तेल उत्पादन आध हो गया था,को ठीक करने के बाद गुरुवार को सामान्य उत्पादन संचालन पर लौटना है। इससे भी कीमतों पद दबाव पड़ा। भारत में, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता, कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण आर्थिक गतिविधियों के बाधित होने से ईंधन की माँग मई में घटकर पिछले साल अगस्त के बाद से सबसे कम हो गयी।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी के रुझान के साथ कारोबार रहने की संभावना है लेकिन कीमतों में गिरावट से इंकर नही किया जा सकता है। कीमतों को 226 रुपये के स्तर पर सहारा और 232 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। (शेयर मंथन, 10 जून 2021)