बेस मेटल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों को 749 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 742 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
एलएमई बेस मेटल में आज मिलाजुला कारोबार हो रहा है क्योंकि बाजार को यूरोपीय सेंट्रल बैंक की नीति बैठक और अमेरिकी सीपीआई आँकड़ों को जारी होने का इंतजार है। लेकिन कमोडिटीज कीमतों में बढ़ोतरी पर राष्ट्रीय अंकुश के बावजूद शंघाई में कीमतों में वृद्धि हुई। संयुक्त राज्य में मौद्रिक नीति के सख्त होने और शीर्ष उपभोक्ता चीन में कमजोर माँग की आशंका से कीमतों पर दबाव पड़ा। बेस मेटल के लिए चीन की माँग कमजोर पड़ रही है, जिससे यांगशान में तांबा आयात का प्रीमियम गिरकर 28.00 डॉलर प्रति टन हो गया है, जो कम से कम 2012 के बाद से सबसे कम है और मई 2020 की तुलना में 75% कम है। चीन का तांबे का आयात पिछले महीने की तुलना में मई में 8% गिर गया, क्योंकि रिकॉर्ड-उच्च कीमतों ने देश में खरीद रुचि को और कम कर दिया।
जिंक में बिकवाली हो सकती है और कीमतें 239 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 236 रुपये, लेड की कीमतें 172 रुपये के स्तर पर के साथ 169 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। अमेरिकी क्रेडिट रेटिंग एजेंसी फिच सॉल्यूशंस के अनुसार, कार बैटरी के रीसाइक्लिंग में वृद्धि के कारण इस साल की दूसरी छमाही में सेकेंडरी लेड उत्पादन या रीसाइक्लिंग को बढ़ावा मिलने की संभावना है। निकल में भी उच्च स्तर से बिकवाली हो सकती है और कीमतें 1,330 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 1,318 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। इंडोनेशिया के एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि इंडोनेशिया का लक्ष्य इस साल तीन निकल स्मेल्टरों को पूरा करना और चालू करना है।
एल्युमीनियम की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना है और कीमतों को 193 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 191 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। इंटरनेशनल एल्युमीनियम इंस्टीट्यूट के अनुसार, चीन ने अप्रैल में साल दर साल 8% अधिक 3.2 मिलियन टन, और वार्षिक स्तर पर 39.2 मिलियन टन एल्युमीनियम का उत्पादन किया है। वैश्विक उत्पादन में चीन की हिस्सेदारी 40% से बढ़कर 60% के करीब हो गयी है। (शेयर मंथन, 10 जून 2021)