बेस मेटल की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 720 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 710 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
फेड अधिकारियों के तीखे बयानों और अमेरिकी डॉलर सूचकांक में तेजी के बाद आज शंघाई में ज्यादातर बेस मेटल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गयी। इस बीच, एलएमई पर भी कीमतों में गिरावट हुई। फेड के दो अधिकारियों ने नीति निर्माताओं से संपत्ति की खरीद को धीमा करने के लिए जल्दी से कार्य करने का आग्रह किया, जिससे अमेरिकी डॉलर में मजबूती दर्ज की गयी। इंटरनेशनल कॉपर स्टडी ग्रुप के अनुसार साल के पहले पांच महीनों के दौरान वैश्विक तांबे का उत्पादन 4.8% बढ़ा है। वर्ष के पहले पांच महीनों के दौरान वैश्विक स्तर पर खदानों से तांबे का उत्पादन 4.8% बढ़ा, जिसमें कंसेन्टेंट उत्पादन में 6.5% की वृद्धि शामिल है।
जिंक की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित रहने की संभावना है और कीमतें 248 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 244 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। इंटरनेशनल लेड और जिंक स्टडी ग्रुप के आँकड़ों से पता चलता है कि मई में 23,500 टन के संशोधित घाटे के बाद जून में वैश्विक जिंक बाजार में 20,200 टन की आपूर्ति हुई है। लेड की कीमतें 178 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 175 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। निकल में बिकवाली हो सकती है और कीमतें 1,425 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 1,390 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। कार्बन उत्सर्जन पर चीन के प्रतिबंधें के कारण स्टील का उत्पादन सीमित रहने से इसका उत्पादन करने के लिए उपयोग किये जाने वाले कच्चे माल की माँग को नुकसान पहुँच सकता है।
एल्युमीनियम की कीमतें 210 के स्तर पर अड़चन के साथ 207 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। (शेयर मंथन, 27 अगस्त 2021)