बेस मेटल की कीमतों में तेजी रुझान रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 804 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 790 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
वैश्विक स्तर पर भारी ऊर्जा संकट के कारण आज शंघाई में बेस मेटल की कीमतों में तेजी का रुझान है जबकि एलएमई में भी कीमतों में मिला-जुला रुझान है। आपूर्ति की चिंताओं के कारण लंदन तांबे की कीमतें लगभग पाँच वर्षों में सबसे अधिक साप्ताहिक बढ़त दर्ज किया। चीन की अर्थव्यवस्था तीसरी तिमाही में उम्मीद से धीमी रही।
जिंक की कीमतों में बढ़त होने की संभावना है और कीमतों को 328 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 319 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता हैं। आपूर्ति की चिंताओं के कारण जिंक की कीमतें हाल ही में 14 वर्षों में अपने उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी है क्योंकि उत्पादक नायरस्टार ने बिजली की अधिक कीमतों के कारण अपने तीन यूरोपीय जिंक स्मेल्टरों के उत्पादन में 50% तक की कटौती करने की योजना की घोषणा की है। लेड की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 188-195 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। इंटरनेशनल लेड एंड जिंक स्टडी ग्रुप ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि रिफाइंड लेड मेटल की वैश्विक आपूर्ति 2021-22 दोनों में मांग से मामूली अधिक हो जायेगी, जिससे सरप्लस क्रमशः 27,000 टन और 24,000 टन रहने का अनुमान है। निकल में खरीदारी हो सकती है और कीमतों को 1,535 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 1,580 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। प्रोनी रिसोर्सेज ने कहा कि टेस्ला इंक ने एक बहु-वर्षीय सौदे के तहत लगभग 42,000 टन निकल खरीदने पर सहमति व्यत्तफ की है।
एल्युमीनियम की कीमतों को 258 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 252 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। गहराते ऊर्जा संकट के कारण धातु की आपूर्ति प्रभावित होने से एल्युमीनियम की कीमत 13 साल के उच्च स्तर पर पहुँच गयी है। (शेयर मंथन, 18 अक्टूबर 2021)