कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है। कीमतों के 5,860-6,050 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
कजाकिस्तान में अशांति के कारण ओपेक प्लस उत्पादकों की ओर से कच्चे तेल की आपूर्ति बाधित होने की आशंका से आज तेल की कीमतों में उछाल देखी जा रही है। इसी समय लीबिया में उत्पादन में गिरावट आयी है। कजाकिस्तान में अशांति के दिनों के बाद, जिसके बाद सरकार ने आपातकाल की स्थिति घोषित की, रूस ने गुरुवार को पैराटूंपर्स को विद्रोह को खत्म करने के लिए भेजा। कजाकिस्तान के तेल-उत्पादक पश्चिमी क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन नये साल के दिन ब्यूटेन और प्रोपेन पर सरकारी कीमतों को हटा दिये जाने के बाद शुरू हुआ। ब्रेंट और डब्ल्यूटीआई कच्चे तेल की कीमतें नये साल के पहले सप्ताह में 6% की बढ़त हासिल करने की ओर अग्रसर है। नवंबर के अंत के बाद से कीमतें उच्चतम स्तर पर है, क्योंकि ओमाइक्रोन कोरोना वायरस के तेजी से प्रसार से माँग को नुकसान होने की संभावना कम हो गयी है। पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन, रूस और सहयोगियों से आपूर्ति में वृद्धि माँग में वृद्धि के अनुरूप नहीं है। ओपेक समूह के उत्पादन में वृद्धि सहमत स्तरों से कम होने की संभावना है क्योंकि कुछ सदस्य तेल उत्पादन नहीं कर पा रहे है। दिसंबर में ओपेक का उत्पादन पिछले महीने की तुलना में प्रति दिन 70,000 बैरल बढ़ा, जो ओपेक प्लस आपूर्ति सौदे के तहत अनुमत 2,53,000 बैरल प्रति दिन की वृद्धि से कम है। लीबिया में आंशिक रूप से पाइपलाइन रखरखाव कार्य के कारण उत्पादन घटकर 7,29,000 बैरल प्रतिदिन रह गया है, जो पिछले साल के 13 लाख बैरल प्रतिदिन के उच्चतम स्तर से कम है।
नेचुरल गैस में नरमी रहने की संभावना है और कीमतों को 284 रुपये के स्तर पर सहारा और 294 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है। (शेयर मंथन, 07 जनवरी 2022)