कपास वायदा (जुलाई) की कीमतें 21,200-21,500 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार कर सकती हैं।
कपास वायदा (अप्रैल) की कीमतों में 1,000 रुपये तक तेजी बरकरार रह सकती हैं।
कपास वायदा (अप्रैल) की कीमतों में 1,000 रूपये तक तेजी बरकरार रह सकती हैं।
कपास वायदा (अप्रैल) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 1,025-1,060 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं।
कपास वायदा (अप्रैल) की कीमतों में 1,050-1,060 रुपये तक तेजी दर्ज किये जाने की संभावना है।
कपास वायदा (अप्रैल) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 1,020-1,050 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं।
कपास वायदा (अप्रैल) की कीमतें यदि 980 के सपोर्ट स्तर से नीचे टूटती है तो कीमतों में 970-960 रुपये तक गिरावट हो सकती है।
कपास वायदा (अप्रैल) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 975-995 रुपये के दायरे में साइडवेज कारोबार करने की संभवना है।
कपास वायदा (जुलाई) की कीमतें नरमी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार कर सकती है।
कॉटन वायदा (अगस्त) की कीमतें 27,000 रुपये के स्तर को पार एक नयी ऊँचाई पर पहुँच सकती है।
कॉटन वायदा (दिसंबर) की कीमतें 31,500 रुपये पर सहारा के साथ 31,700 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती है।
कॉटन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 19,500-19,700 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
कॉटन वायदा (दिसंबर) की कीमतें लगातार दूसरे सप्ताह बढ़त के साथ बंद हुई।
मिलों की ओर से बेहतर माँग के कारण कल कॉटन वायदा (जनवरी) की कीमतों में 1.2% की बढ़ोतरी हुई है।
विदेशी बाजारों में तेजी के रुझान के कारण कॉटन वायदा (दिसंबर) की कीमतें 0.4% की बढ़त के साथ बंद हुई।
देश में कपास की कीमतों के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुँचने के बाद आवक में बढ़ोतरी के कारण कॉटन वायदा (जनवरी) की कीमतों को 36,300 रुपये के स्तर पर मजबूत बाधा का सामना करना पड़ रहा है।
कॉटन वायदा (अप्रैल) की कीमतों में कल स्थिरता रही है।
कॉटन वायदा (दिसंबर) की कीमतों में कल तीसरे दिन गिरावट हुई है। अब कीमतें 31,110 रुपये के स्तर पर सहारा और 31,580 रुपये स्तर पर रुकावट के साथ एक दायरे में कारोबार कर सकती है।
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यह एक संयोग है कि पिछले वर्ष की दीपावली के समय भी भारतीय शेयर बाजार कुछ ठंडा पड़ा था और इस साल भी बाजार में दीपावली के समय लाली ही ज्यादा बिखरी है। लेकिन पिछली दीपावली के समय जो थोड़ी निराशा बाजार में दिख रही थी, उस समय जिन निवेशकों ने सूझ-बूझ से नया निवेश किया, उन्हें अगले 1 साल में बड़ा सुंदर लाभ हुआ।
शेयर बाजार ने हाल में नये रिकॉर्ड स्तरों की ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप सभी तरह के शेयर खूब चले हैं, दौड़े हैं, कुछ तो उड़े भी हैं!