कपास वायदा (अप्रैल) की कीमतों में 1,000 रूपये तक तेजी बरकरार रह सकती हैं।
कम बिकवाली और धागा मिलों की ओर से अच्छी माँग के कारण मध्य और दक्षिण भारत के बाजारों में कपास की कीमतों में 1% से अधिक की उछाल दर्ज की गयी है। हाल ही महाराष्ट्र और तेलंगाना में गुलाबी कीटों के प्रकोप से उत्पादन और गुणवत्ता दोनों को भारी नुकसान हुआ है। इस कारण देश में कपास का उत्पादन पहले के 38-40 मिलियन बेल की तुलना में अब 36-37 मिलियन बेल होने का अनुमान लगाया जा रहा है। चना वायदा (जनवरी) कीमतों में 3,900 रूपये तक गिरावट होने की संभावना है। कृषि मंत्रालय के अनुसार देश के किसानों ने अभी तक 8.96 मिलियन हेक्टेयर में चने की बुआई की है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 10.2% अधिक है। चने के दो प्रमुख उत्पादक राज्यों मध्य प्रदेश और कर्नाटक में चने के बुआई क्षेत्र में बढ़ोतरी होने का अनुमान है। 13 दिसंबर से चना वायदा के सभी मौजूदा और आगे जारी होने वाले कॉन्ट्रैक्टों पोजिशन पर 5% विशेष मार्जिन लगा दिया गया है। कॉटन ऑयल सीड केक वायदा (जनवरी) की कीमतों में 1,700-1,710 रुपये तक तेजी दर्ज किये जाने की संभावना है। अधिक माँग के कारण गुजरात के बेंचमार्क कड़ी बाजार में कॉटन ऑयल सीड केक की कीमतें 40 रूपये बढ़ कर 1,660 रूपये प्रति 100 किलो ग्राम हो गयी है। कारोबारियों के अनुसार स्टॉकिस्टों और पशु आहार निर्माताओं की ओर से कॉटन ऑयल सीड केक की अधिक माँग हो रही है। (शेयर मंथन, 12 दिसंबर 2017)
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