अंतरराष्ट्रीय बाजार सीबोट में तेजी के रुझान पर सोयाबीन वायदा (मार्च) की कीमतों के 5,000-5,050 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है।
सोयाबीन वायदा (जनवरी) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 4,240-4,300 रुपये के दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है।
सोयाबीन वायदा (जनवरी) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना है और कीमतें 4,385 रुपये के स्तर के पास सहारा के साथ 4,500 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार के रुझान पर सोयाबीन वायदा (जनवरी) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 4,280-4,380 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है।
कारोबारियो द्वारा भारी मुनाफा वसूली से शुक्रवार को सोयाबीन वायदा (अगस्त) की कीमतों में 5.27% की गिरावट आयी।
सोयाबीन वायदा (जून) की कीमतों के 6,600-7,300 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
सोयाबीन वायदा (जून) की कीमतों के 7,180-7,300 के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है। मौजूदा खरीफ सीजन में यह देखा गया है कि किसान सोयाबीन की अधिक खेती करने का विकल्प चुन सकते हैं।
सोयाबीन वायदा (फरवरी) की कीमतें 4,610-4,700 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार कर सकती है।
हल्दी वायदा (जून) की कीमतों के 6,985-7,120 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
इलायची वायदा की कीमतें 1,735 रुपये के दो वर्षों के उच्च स्तर पर कारोबार कर रही हैं।
हल्दी वायदा (अक्टूबर) की कीमतों को 6,150 रुपये के स्तर पर रुकावट का सामना करना पड़ सकता है।
कच्चे तेल की कीमतें 3,660-3,730 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
कच्चे तेल की कीमतों के गिरावट के साथ खुलने की संभावना है। कुल मिलाकर कच्चे तेल की कीमतें 3,550-3,680 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं।
कच्चे तेल की कीमतें 3,780-3,880 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। उत्तर सागर पाइपलाइन के धीरे-धीरे शुरु होने के कारण आज तेल की कीमतें कल के ढ़ाई वर्ष के उच्च स्तर से नीचे लुढ़क गयी है।
सोयाबीन वायदा (दिसंबर) की कीमतों के 3,400-3,450 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
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यह एक संयोग है कि पिछले वर्ष की दीपावली के समय भी भारतीय शेयर बाजार कुछ ठंडा पड़ा था और इस साल भी बाजार में दीपावली के समय लाली ही ज्यादा बिखरी है। लेकिन पिछली दीपावली के समय जो थोड़ी निराशा बाजार में दिख रही थी, उस समय जिन निवेशकों ने सूझ-बूझ से नया निवेश किया, उन्हें अगले 1 साल में बड़ा सुंदर लाभ हुआ।
शेयर बाजार ने हाल में नये रिकॉर्ड स्तरों की ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप सभी तरह के शेयर खूब चले हैं, दौड़े हैं, कुछ तो उड़े भी हैं!