कारोबारियो द्वारा भारी मुनाफा वसूली से शुक्रवार को सोयाबीन वायदा (अगस्त) की कीमतों में 5.27% की गिरावट आयी।
अब कीमतों में 8,900 रुपये के स्तर तक गिरावट होने की संभावना है। ऐसी खबरें हैं कि सरकार देश में सोयामील के आयात की अनुमति दे सकती है। सोयाबीन की माँग इसके सोयामील की खपत से अधिक है और अगले सीजन में स्टॉक सीमित है। अक्टूबर माह के बाद सोयाबीन का नया सीजन आयेगा। भारत में, पिछले सप्ताह तक किसानों ने 115 लाख हेक्टेयर में सोयाबीन की बुवाई की है, जो सामान्य बुआई क्षेत्र से 3 लाख हेक्टेयर कम है। आईएमडी ने कहा है कि अगस्त और सितंबर के महीने में मानसून की बारिश सामान्य रहेगी जिससे देश में फसल की स्थिति में सुधार हो सकता है।
आरएम सीड वायदा (अगस्त) की कीमतों ने पिछले सप्ताह उच्च स्तर पर कारोबार किया और किसानों और कारोबारियों के पास अनुमान से कम स्टॉक होने की खबरों के कारण कीमतें 7,940 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी। अब कीमतों को बाधा 7,950 रुपये के स्तर पर जबकि सहारा 7,710 रुपये के स्तर पर दिख रहा है। बाजार सीजन के अंत में सरसों की कमी की उम्मीद कर रहा है क्योंकि जून के अंत तक लगभग 50 लाख टन सरसों की पेराई हुई है, इस सीजन में 86 लाख टन उपलब्धता में से बाकी सीजन के लिए केवल 36 लाख टन ही शेष रह गया है। राजस्थान के बेंचमार्क बाजार जयपुर में पिछले हफ्ते सरसों की कीमतें 7,800 रुपये के स्तर पर स्थिर थी।
अधिक आयात और बंदरगाहों पर अच्छे स्टॉक की खबरों के कारण पिछले सप्ताह के दौरान खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गयी। इसके अलावा, मलेशिया में सीपीओ और सीबीओटी में सोया तेल में गिरावट से भी घरेलू बाजार में कीमतों पर दबाव पड़ा। आगामी दिनो में, सोया तेल वायदा (अगस्त) की कीमतों के 1,370-1,400 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है जबकि सीपीओ वायदा (अगस्त) की कीमतों के 1,126-1,144 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। हमें उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय खाद्य तेल की कीमतों में नरमी के रुझान के कारण इस सप्ताह में कीमतों में गिरावट हो सकती है। (शेयर मंथन, 09 अगस्त 2021)
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