इलायची वायदा की कीमतें 1,735 रुपये के दो वर्षों के उच्च स्तर पर कारोबार कर रही हैं।
एसएससी ने धनिया (मई) के लिए 1,408 रुपये और 1,547 रुपये पर दो समर्थन स्तर और 1,759 रुपये तथा 1,831 रुपये पर दो बाधा स्तर बताये हैं।
एसएमसी के अनुसार अधिक मांग वाले सीजन के दौरान आपूर्ति कम होने से तेजी का रुझान जारी रहने की संभावना है। मई वायदा की कीमतों में 1,800-1,850 रुपये तक तेजी दर्ज की जा सकती है। केरल और तमिलनाडु के नीलामी केंद्रों पर मांग और आपूर्ति में अंतर के कारण छोटी इलायची की कीमतों में तेजी का रुझान है।
मौजूदा सीजन में मौसम के काफी प्रतिकूल रहने के कारण उत्पादन में कमी का अनुमान है। मौजूदा फसल कटाई सीजन के समाप्त हो जाने और जून के अंत या जुलाई के प्रारंभ तक नयी फसल की आवक होने तक बाजार में उपलब्धता की कमी बरकरार रह सकती है। इसे देखते हुए बाजार में जो भी आवक हो रही है, उसकी खरीदारी कारोबारियों द्वारा की जा रही है।
घरेलू बाजार में स्टॉक लगभग समाप्त हो गया है और दूसरी ओर खरीदार घरेलू और निर्यात मांग के लिए बाजार में सक्रिय हैं। भारत में 2018-19 (जुलाई-जून) में छोटी इलायची का उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 30% की गिरावट के साथ 20,640 टन होने का अनुमान है। प्रमुख उत्पादन क्षेत्र इडुक्की में तापमान अधिक बना हुआ है और बारिश होने के कोई आसार नहीं हैं। नयी फसल की उत्पादकता अप्रैल और मई में मॉनसून पूर्व होने वाली बारिश पर निर्भर करती है। इडुक्की के अतिरिक्त वंदनमेडू और वाल्परा क्षेत्रों में पिछले कुछ हफ्तों से सूखे जैसे हालात हैं। (शेयर मंथन, 08 अप्रैल 2019)
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