विजय भूषण
पार्टनर, भारत भूषण ऐंड कंपनी
वर्तमान समय में बाजार के लिए सब कुछ बेहतर हो गया है, क्योंकि जुलाई-सितंबर तिमाही उम्मीद से बेहतर रही है और हाल में मूडीज ने रेटिंग भी बढ़ा दी।
इस समय बाजार में कोई नकारात्मक चीज नहीं है। हालाँकि बाजार में अभी ज्यादा अवसर नहीं दिख रहे हैं और इसी कारण मेरी निवेशकों को सलाह है कि सीमित खरीदारी करें। आक्रामक होने के बजाय नियंत्रित खरीदारी करें। दूसरी तिमाही के नतीजे सामान्यतः बेहतर रहे, मगर जिन कंपनियों के परिणाम कमजोर रहे या नकारात्मक खबरें आयीं, उन कंपनियों के शेयरों में गिरावट आयी।
जैसे कि अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (ADAG) के शेयर गिरे। इस समूह के कुछ शेयर ऐसे हैं, जो इन बातों से प्रभावित नहीं होंगे, जैसे रिलायंस निप्पॉन। इसी तरह यूपीएल अच्छा लगता है। वह अभी नीचे है, क्योंकि बीती तिमाही खराब रही। इस तरह से शेयरों को चुनना पड़ता है। इस समय एचपीसीएल जैसी तेल कंपनियों के शेयर भी पहले से कुछ कमजोर स्थिति में है। यह सब देख कर निवेश करना पड़ता है।
कुल मिला कर देखें तो बाजार के ऊपर चढ़ने की संभावना अभी सीमित लगती है, क्योंकि जो अच्छी खबरें हैं वे मौजूदा भावों में शामिल हो चुकी हैं। ऊपर जाने के लिए अब अगला संकेत क्या होगा? ऐसा अगला संकेत बहुत सकारात्मक दिखायी नहीं दे रहा है, खास कर चुनाव का। मेरा मानना है कि बाजार की दिशा अभी सकारात्मक ही है और इसमें अगर कहीं अवसर मिलते हैं तो हम उसका फायदा उठायेंगे। इस समय बाजार वाजिब कीमतों पर है। आज की स्थितियों के हिसाब से बाजार के बहुत कम हिस्सों में मूल्यांकन कम है। कुछ में ज्यादा मूल्यांकन भी है।
हालाँकि मैं अभी मुनाफावसूली की सलाह नहीं दे रहा हूँ, क्योंकि कुल मिला कर दिशा ऊपर की ओर है। इस बारे में फैसला एक निवेशक को स्वयं करना चाहिए। कभी-कभी ऐसा होता है कि आप शेयर बेचने की सलाह दें, पर उसके बाद भाव और बढ़ गया। इस समय नये निवेश का प्रवाह तो बना हुआ ही है। छोटी कंपनियों के भी ऊँचे मूल्यांकन हैं, पर स्मॉल-मिडकैप फंड में भी पैसा आ रहा है। इसलिए हम अभी मुनाफावसूली की बात नहीं कह रहे हैं। (शेयर मंथन, 21 नवंबर 2017)
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