विजय भूषण
पार्टनर, भारत भूषण ऐंड कंपनी
इस साल भारतीय बाजार में काफी तेजी देखने को मिलेगी। निवेशकों को चाहिए कि वे विकासोन्मुख शेयरों (ग्रोथ स्टॉक) में निवेशित रहें। पर बाजार पर करीबी नजर बनाये रखें।
मेरा अनुमान है कि अगले छह माह में यानी जून 2023 तक निफ्टी 19,240 के आस-पास होगा। इस अवधि में सेंसेक्स का लक्ष्य 64,500 का है। वहीं इस साल के अंत तक निफ्टी 20,000 के आस-पास होना चाहिए, जबकि सेंसेक्स का दिसंबर 2023 का लक्ष्य 67,200 का रहेगा।
इस साल भारतीय बाजार के लिए प्रमुख सकारात्मक बातों में शेयर बाजार में प्रमुखता से घरेलू हिस्सेदारी, सरकार की उत्पादन संबद्ध प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के चलते विनिर्माण (मैन्युफैक्चरिंग) क्षेत्र को मिलने वाला बढ़ावा, ढाँचागत विकास पर ध्यान और विदेशी निवेशकों की बिकवाली को झेलने की क्षमता शामिल हैं। वहीं बाजार की प्रमुख चिंताओं में वैश्विक मंदी का असर हमारे यहाँ तक पहुँचना, सबसे तेजी से बढ़ती ब्याज दरें, कच्चे तेल के ऊँचे भाव और बढ़ता चालू खाता घाटा को गिना जा सकता है।
अगले छह महीनों में भारतीय बाजार को जो बात सबसे अधिक प्रभावित करेगी, वह है देश की विकास दर। इस अवधि में हमें प्रभावित करने वाले वैश्विक कारकों में विकसित देशों की आर्थिक मंदी, अमेरिका में बढ़ती ब्याज दरें, रूस-यूक्रेन युद्ध और कच्चे तेल के भाव प्रमुख हैं।
इस साल भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) 75 आधार अंक (बेसिस प्वाइंट) तक ब्याज दरों में इजाफा करेगा। इसके चलते अधिक उधारी वाली कंपनियों की लाभप्रदता में कमी आयेगी। साथ ही इससे निवेश प्रवाह ऋण पत्रों (डेट इंस्ट्रुमेंट) की ओर जायेगा।
अगले 12 महीनों में बाजार से बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले क्षेत्रों में बैंकिंग और फार्मा प्रमुख रहेंगे। इस साल सोने की चाल भी अच्छी रहेगी। इस दौरान बाजार से कमजोर क्षेत्रों में आईटी, मेटल और ऊर्जा क्षेत्र प्रमुख होंगे। इस साल के लिए मेरे सबसे पसंदीदा पाँच शेयरों में इक्विटास होल्डिंग, सीजी पावर, कंटेनर कॉर्पोरेशन, रेणुका शुगर और आईसीआईसीआई बैंक शामिल हैं।
(स्पष्टीकरण : इन शेयरों में विश्लेषक या उनके ग्राहकों के हित हो सकते हैं।)
(शेयर मंथन, 26 जनवरी 2023)
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