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अब मार्च तक नहीं घटेंगी आरबीआई (RBI) की दरें : अमर अंबानी (Amar Ambani)

Amar Ambaniमंगलवार को वैश्विक नकारात्मक संकेतों को नजरअंदाज करते हुए निफ्टी दिन के निचले स्तर से 200 अंक से ज्यादा उछला, जब आरबीआई ने सबको चौंकाते हुए रेपो दर में 0.50% अंक की कटौती कर दी।

महँगाई दर तीखे ढंग से घट कर 9 महीनों के निचले स्तर पर आ जाने, आपूर्ति प्रबंधन के लिए सरकार की अच्छी नीति के असर से खाद्य महँगाई नियंत्रण में रहने, कमोडिटी के भाव नीचे होने और लंबे समय तक नीचे बने रहने, महँगाई पर दबाव न डालने वाली माँग बढ़ने की गुंजाइश होने और कॉर्पोरेट निवेश फिर तेज करने की जरूरत होने के मद्देनजर आरबीआई ने यह फैसला किया।
हमारा मानना है कि यह मौजूदा कैलेंडर वर्ष में ब्याज दर में अंतिम कटौती होगी। इस कदम के बाद आरबीआई महँगाई दर, विकास दर, सरकारी नीतियों की दिशा और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के कदमों को देखने के बाद ही अपना कोई अगला कदम उठायेगा। हमें लगता है कि मार्च 2016 तक ब्याज दरों में कोई कटौती नहीं होगी या अगर हुई तो शायद 0.25% की ही कटौती होगी।
आरबीआई और सरकार का ध्यान अब बाधाओं को हटाने पर होगा, ताकि ब्याज दरों में कटौती अधिकतम रूप से बैंकिंग प्रणाली में लागू होती दिखे। सरकार ने छोटी बचत दरों की समीक्षा की घोषणा पहले ही कर दी है। आरबीआई की नीतिगत घोषणा के बाद एसबीआई ने अपनी आधार दर (बेस रेट) 0.40% अंक की कमी कर दी है। इस नीति की अन्य सकारात्मक बातों में सस्ते (एफोर्डेबल) मकानों को बढ़ावा देना शामिल है, जिन पर जोखिम भारांक (रिस्क वेटेज) घटाया गया है। साथ ही सरकारी बांडों में एफपीआई की सीमा बढ़ायी गयी है। अमर अंबानी, रिसर्च प्रमुख, आईआईएफएल (Amar Ambani, Head of Research, IIFL)
(शेयर मंथन, 29 सितंबर 2015)

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