भारतीय शेयर बाजार नकारात्मक रुझान के साथ सीमित दायरे में नजर आ रहा है।
मेरा मानना है कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट की वजह से घरेलू बाजार पर दबाव बन रहा है। इसके साथ ही एफआईआई की बिकवाली का प्रभाव भी पड़ रहा है। आने वाले दिनों में एफआईआई की चाल पर घरेलू बाजार की दिशा तय हो सकती है। कारोबारियों को सलाह है कि बिकवाली सौदे करने के लिए निफ्टी के 5620 के स्तर का इंतजार करना ठीक रहेगा। आने वाले दिनों में अगर बाजार में गिरावट आती है, तो निफ्टी 5500 तक जा सकता है। इसके विपरित जून वायदा निपटान से पहले निफ्टी 5700-5750 तक जा सकता है। अगले हफ्ते जून वायदा सीरीज का निपटान है। मेरा मानना है कि जून निफ्टी का निपटान 5700-5750 के दायरे में होगा।
क्षेत्रों के लिहाज से आईटी ठीक नजर आ रहा है, जबकि अन्य सभी दबाव में दिख रहे हैं। निवेशकों को मेरी सलाह है कि बाजार में गिरावट आने पर ही चुनिंदा कंपनियों के शेयरों में निवेश करें। जिन निवेशकों ने पहले से खरीदारी कर रखी है, वे मुनाफावसूली भी कर सकते हैं। अरविंद पृथी, निवेश सलाहकार (Arvind Pruthi, Investment Advisor)
(शेयर मंथन, 21 जून 2013)
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