इंडिया रेटिंग्स ऐंड रिसर्च (India Ratings and Research) ने भारतीय दूरसंचार क्षेत्र पर अपनी ताजा रिपोर्ट में बताया है कि ब्रॉडबैंड बाजार में रिलायंस जियो की हिस्सेदारी 50% से ज्यादा हो गयी है।
साथ ही जियो का वायरलेस उपभोक्ता आधार भी 21.6% हो गया है। इंडिया रेटिंग्स की इस रिपोर्ट में सितंबर 2018 में नये उपभोक्ताओं की संख्या, उपभोक्ता बाजार हिस्सेदारी, ब्रॉडबैंड उपभोक्ता, डेटा उपयोग, प्रति उपभोक्ता औसत आमदनी (आरपू) और प्रमुख कंपनियों की लाभप्रदता पर ध्यान केंद्रित करते हुए दूरसंचार क्षेत्र के नये रुझानों पर प्रकाश डाला गया है।
भारतीय दूरसंचार बाजार में जियो की धूम बरकरार
सितंबर 2018 में जियो की वायरलेस बाजार हिस्सेदारी 21.6% तक बढ़ गयी, जो अगस्त में 20.5% और जुलाई 19.1% थी। यह दरअसल अन्य कंपनियों की आमदनी में गिरावट को दर्शाता है। वहीं उपभोक्ता आधार पर नजर डालें तो मासिक आधार पर जियो का उपभोक्ता आधार 5.4% बढ़ा, जबकि एयरटेल को 0.7%, वोडाफोन को 1.2% और आइडिया को 1.8% वृद्धि पर संतोष करना पड़ा। इंडिया रेटिंग्स का मानना है कि जियो की विकास रणनीति में आक्रामक मूल्य निर्धारण और स्वयं को बाकी कंपनियों से अलग बनाने के लिए मुफ्त मनोरंजन ऐप्लिकेशन प्रदान करना शामिल है, जिससे निष्ठावान उपभोक्ता आधार तैयार होता है। हालाँकि इंडिया रेटिंग्स के मुताबिक मध्यम अवधि में कंटेंट की लागत वसूल कर पाना दूरसंचार कंपनियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
सुस्त उपभोक्ता वृद्धि
रिपोर्ट के मुताबिक जियो के उपभोक्ताओं की संख्या में वृद्धि के कारण सितंबर 2018 में महीना-दर- महीना आधार पर दूरसंचार सेक्टर में 24 लाख नये वायरलेस उपभोक्ता आये। साथ ही जियो ने सितंबर में 1.3 करोड़ और अक्टूबर 2017 से सितंबर तक 2018 तक की अवधि में 11.36 करोड़ नये उपभोक्ता जोड़े। वहीं अक्टूबर तक पिछले एक साल की अवधि में अन्य दूरसंचार कंपनियों में से भारती एयरटेल के उपभोक्ताओं की संख्या में 6.15 करोड़ और वोडाफोन-आइडिया के उपभोक्ताओं की संख्या में 3.75 करोड़ का इजाफा हुआ।
सक्रिय उपभोक्ता आधार रहा सपाट
सितंबर 2018 में पीक विजिटर लोकेशन रजिस्टर (वीएलआर) के आधार पर सक्रिय वायरलेस उपभोक्ताओं की संख्या साल-दर-साल आधार पर 0.4% की गिरावट के साथ 101.323 करोड़ रह गयी। मगर सितंबर में वीएलआर अनुपात 86.7% पर स्थिर रहा, जो अगस्त में 86.8% रहा था। अगस्त में 98.47% के मुकाबले एयरटेल का वीएलआर अनुपात सितंबर 2018 में घट कर 98.05% रह गया। इसके अलावा एयरटेल ने पिछले एक साल में 6.1 करोड़ वीएलआर उपभोक्ता जोड़े, जबकि वोडाफोन-आइडिया का यह आँकड़ा मिल कर 1.3 करोड़ रहा। वहीं जियो ने सितंबर 2017 से सितंबर 2018 तक 10 करोड़ वीएलआर उपभोक्ता जोड़े हैं।
कम लागत, आकर्षक कंटेंट के सहारे ब्रॉडबैंड उपभोक्ताओं में वृद्धि
साल दर साल आधार पर सितंबर में कम लागत और आकर्षक सामग्री के सहारे ब्रॉडबैंड उपभोक्ताओं की संख्या 51.2% की बढ़ोतरी के साथ 46.32 करोड़ पहुँच गयी। मासिक आधार पर ब्रॉडबैंड उपभोक्ताओं की संख्या में 1.81 करोड़ का इजाफा हुआ। इस मामले में भी जियो ने बाकी सभी कंपनियों को पीछे छोड़ दिया। कम कीमत वाले डेटा प्लान और ओवर-द-टॉप कंटेंट प्लेटफॉर्म के साथ साझेदारी के जरिये आकर्षक सामग्री पेश करते हुए जियो काफी नये उपभोक्ताओं को लुभाने में कामयाब रही। जियो ने अपनी चर्न रेट को भी न्यूनतम किया। सितंबर 2018 में जियो की बाजार हिस्सेदारी बढ़ कर 52% हो गयी, जो पिछले साल इसी महीने तक 43% थी। वहीं सितंबर 2018 में वोडा-आइडिया की संयुक्त बाजार हिस्सेदारी 21% रही, जबकि एयरटेल की भी ब्रॉडबैंड हिस्सेदारी 21% रही, जिसमें साल दर साल आधार पर 2% का इजाफा हुआ।
स्थिर रही टेलीडेंसिटी
इंडिया रेटिंग्स की अक्टूबर रिपोर्ट में जिक्र किया गया है कि सितंबर 2018 में देश में टेलीडेंसिटी 91.2% रही, जो अगस्त में 91.1% थी। इनमें शहरी टेलीडेंसिटी 161.07% से घट कर 160.79% रह गयी, जबकि ग्रामीण टेलीडेंसिटी 58.61% की तुलना में मामूली बढ़त के साथ 58.85% रही। वहीं शहरी सब्सक्रिप्शन अगस्त में 66.68 करोड़ से घट कर सितंबर में 66.64 करोड़ रह गये, जबकि ग्रामीण सब्सक्रिप्शन 52.22 करोड़ के मुकाबले बढ़ कर 52.47 करोड़ हो गये। (शेयर मंथन, 25 दिसंबर 2018)
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