जनवरी में म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में 65,000 करोड़ रुपये का निवेश आया, जिससे उद्योग की कुल एयूएम (प्रबंधन अधीन संपदा) 23.37 लाख करोड़ रुपये की हो गयी।
मगर इक्विटी में निवेश हल्का हुआ है। इक्विटी योजनाओं में जनवरी में 6,158 करोड़ रुपये का निवेश किया गया, जो जनवरी 2017 के बाद न्यूनतम और दिसंबर 2018 के मुकाबले 7% कम है।
इस बीच देश के तीन सबसे बड़े म्यूचुअल फंडों ने अपने पोर्टपोलिओ में कई शेयरों की संख्या बढ़ायी और घटायी। साथ ही इन्होंने कुछ नयी कंपनियों के शेयरों में खरीदारी के अलावा कुछ कंपनियों के सारे शेयर बेच दिये।
एचडीएफसी म्यूचुअल फंड (HDFC Mutual Fund)
एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने स्पेंसर्स रिटेल, शैले होटल्स और इमामी में नयी खरीदारी के साथ ही केपीआईटी टेक, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस और ईसन रेरोल के सभी शेयर बेच दिये। वहीं म्यूचुअल फंड ने यूनियन बैंक, आईटीसी और एनटीपीसी के अतिरिक्त शेयर खरीदे, जबकि ओएनजीसी, आरपी-एसजी रिटेल और एनएचपीसी के शेयरों की बिकवाली की।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड (ICICI Prudential Mutual Fund)
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड ने बिना किसी कंपनी से निकासी के प्रूडेंशियल आईसीआईसीआई इन्फ्रा, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल बैंकिंग और स्पेंसर्स रिटेल में नयी खरीदारी की। वहीं म्यूचुअल फंड ने सीपीएसई ईटीएफ, ओएनजीसी और इंडियन ऑयल के अतिरिक्त शेयर खरीदे, जबकि गेल, एसबीआई और पावर ग्रिड के शेयरों की बिकवाली की।
एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट (SBI Funds Management)
एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट ने सीपीएसई ईटीएफ, गेटवे डिस्ट्रीपार्क्स और गायत्री बाईऑर्गेनिक्स में नयी खरीदारी के साथ ही कैपिटल फर्स्ट फरवरी 2019 फ्यूचर्स, जिंदल स्टील और एवरेस्ट इंडस्ट्रीज से निकासी की। इसके अलावा एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट ने बीएचईएल, आईटीसी और ऐक्सिस बैंक के और शेयर खरीदे, जबकि अपने पोर्टफोलिओ में नाल्को, सेल और भारत पेट्रोलियम के शेयरों की संख्या कम की। (शेयर मंथन, 12 फरवरी 2019)