पिछले महीने म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) की इक्विटी योजनाओं में निवेश में भारी गिरावट दर्ज की गयी।
एम्फी (AMFI) के ताजा आँकड़ों के अनुसार म्यूचुअल फंड की इक्विटी योजनाओं में माह दर माह आधार पर अप्रैल में 42% की गिरावट दर्ज की गयी। मार्च में 9,014 करोड़ रुपये के मुकाबले अप्रैल में ओपन-एंडेड इक्विटी योजनाओं में 4,608 करोड़ रुपये का निवेश आया। वहीं इक्विटी म्यूचुअल फंडों (इक्विटी संबंधित बचत योजनाएँ सहित) में यह आँकड़ा 11,756 करोड़ रुपये से 64.02% घट कर 4,229 करोड़ रुपये रह गया।
हालाँकि इस दौरान एसआईपी (व्यवस्थित निवेश योजना) के जरिये मार्च में 8,055 करोड़ रुपये के मुकाबले अप्रैल में 17.8% अधिक 8,238 करोड़ रुपये की पूँजी आयी।
अप्रैल में म्यूचुअल फंड उद्योग में कुल 1,00,460 करोड़ रुपये का निवेश आया, जिससे शुद्ध म्यूचुअल फंड एयूएम (प्रबंधन अधीन संपदा) माह दर माह आधार पर 4% की बढ़ोतरी के साथ 24.8 लाख करोड़ रुपये की हो गयी।
जानकारों का मानना है कि इक्विटी योजना में निवेश में आयी गिरावट के पीछे आम चुनावों को लेकर अनिश्चितता, अमेरिका-चीन व्यापार तनाव और कच्चे तेल के बढ़ते दाम जैसे कारण हैं। लिक्विड फंडों से कुल निवेश को अप्रैल में काफी सहारा मिला। मार्च में 51,343 करोड़ रुपये की निकासी के मुकाबले लिक्विड फंडों में अप्रैल में 96,000 करोड़ रुपये की पूँजी आयी। (शेयर मंथन, 10 मई 2019)