केंद्र में मजबूत सरकार बाजार के लिए फायदेमंद : पंकज पांडेय (Pankaj Pandey)
साल 2015 में सुधार केंद्रित नियामक परिवेश, वैश्विक नकदी की अधिकता और कमोडिटी की घटती कीमतों की वजह से भारतीय शेयर बाजार एक मजबूत ऊपरी चाल में बना रहेगा।
साल 2015 में सुधार केंद्रित नियामक परिवेश, वैश्विक नकदी की अधिकता और कमोडिटी की घटती कीमतों की वजह से भारतीय शेयर बाजार एक मजबूत ऊपरी चाल में बना रहेगा।
भारतीय शेयर बाजार कंपनियों की आय में वृद्धि, उभरते बाजारों में भारत की तुलनात्मक मजबूती और वैश्विक आर्थिक धीमेपन की वजह से संरचनात्मक तेजी के दौर में है।
इस समय चीजें स्थिर हैं। हमें उत्पादन क्षमता तैयार करने की जरूरत है, पर यह रातों-रात नहीं हो सकता।
कैलेंडर वर्ष 2014 में भारतीय शेयर बाजार में निवेशक फिर से लौटे हैं।
मुझे लगता है कि अगले एक साल में अर्थव्यवस्था की हालत में आने वाला सुधार मौजूदा अनुमानों की तुलना में हल्का रह सकता है।