प्रकाश दीवान
इक्विटी प्रमुख, आल्टामाउंट कैपिटल मैनेजमेंट
शेयर बाजार में काफी उतार-चढ़ाव रहने की संभावना दिखती है और इसमें दोनों दिशाओं में बेतरतीब ढंग से बड़ी उठापटक होती रह सकती है।
अगर जीएसटी लागू होने में देरी होती है और एनडीए की राजनीतिक शक्ति में कमी आती है, तो ये बाजार के लिए प्रमुख चिंताएँ होंगी। पर बैंकिंग प्रणाली का मजबूत रहना और उपभोग की स्थिति में सुधार आना सकारात्मक पहलू हैं। सरकार बुनियादी ढाँचे पर खर्च को सहारा दे रही है। नोटबंदी भावनात्मक रूप से नकारात्मक है, लेकिन अर्थव्यवस्था के लिए बुनियादी रूप से सकारात्मक है। पर हाँ, छोटी अवधि में यह शेयर बाजार के लिए नकारात्मक है। मेरा आकलन है कि सेंसेक्स अगले छह महीनों में 29,000 के ऊपर और साल भर में 30,000 के ऊपर होगा। निफ्टी का दायरा साल 2017 में ऊपर 10,200 और नीचे 7,550 तक का लगता है।
अगले छह महीनों में बाजार के लिए सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह होगा कि बजट में नियमन संबंधी किस तरह के बदलाव होते हैं। वित्त वर्ष 2016-17 की तीसरी तिमाही के नतीजों में 0-5% तक की वृद्धि दिख सकती है। साल 2017 में बुनियादी ढाँचा, कैपिटल गुड्स और आईटी क्षेत्र बाजार से तेज रहेंगे। इस साल के लिए मेरे पाँच सबसे पसंदीदा शेयर एनबीसीसी, एलऐंडटी, टीसीएस, आरईसी और जैन इरिगेशन हैं। (03 जनवरी 2017)