जुलाई के मुकाबले अगस्त में मामूली वृद्धि के साथ खुदरा महँगाई दर (Retail Inflation Rate) 3.21% रही।
यह पिछले 10 महीनों में इसका सबसे ऊँचा स्तर है। जुलाई में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा महँगाई दर 3.15% रही थी। इससे पहले जनवरी में यह दर 1.97% रही थी, जो पिछले 19 महीने का निचला स्तर था। जनवरी तक खुदरा महँगाई दर में लगातार चार महीनों में गिरावट आयी थी। इसके बाद फरवरी से जून तक इसमें लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गयी।
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) खुदरा महँगाई पर नजर रखता है, जिसका मतलब है कि आरबीआई की नीति दरों के लिहाज से खुदरा महँगाई दर का आँकड़ा महत्वपूर्ण है। लक्ष्य स्तर के अंदर होने के बावजूद इस समय यह आरबीआई की 2% की सहनीय सीमा से काफी ऊपर है।
बता दें कि आँकड़ों के अनुसार मांस तथा मछली, सब्जियों और दालों के दाम बढ़ने से अगस्त में खुदरा महँगाई दर में इजाफा हुआ है।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी किये आँकड़ों के अनुसार जुलाई में 2.36% के मुकाबले खाद्य महँगाई दर अगस्त में बढ़ कर 2.99% हो गयी। इनमें सब्जियों पर महँगाई दर 2.82% से बढ़ कर 6.90%, दालों एवं अन्य उत्पादों पर 6.94% और आवासीय महँगाई दर 4.87% के मुकाबले मामूली गिरावट के साथ 4.84% रही। (शेयर मंथन, 13 सितंबर 2019)