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स्काईमेट (Skymet) के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
राजस्थान और इससे सटे हरियाणा पर धूल भरी आंधी और गरज के साथ बौछारें पड़ने की उम्मीद है। मध्य प्रदेश, दक्षिण छत्तीसगढ़, दक्षिण ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश के कुछ स्थानों पर गरज के साथ हल्की बारिश संभव है। दिल्ली और आस-पास के क्षेत्रों में प्रदूषण में कमी हो सकती है, क्योंकि दिल्ली और इससे सटे दक्षिण हरियाणा के साथ-साथ एनसीआर में हल्की बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने के आसार हैं।
पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल
दक्षिण भारत में बारिश की गतिविधियों में काफी कमी दर्ज की गयी। पिछले 24 घंटों के दौरान महाराष्ट्र के कई स्थानों पर हल्की, वहीं कुछ जगहों पर भारी बारिश भी देखी गयी। अंडमान-निकोबार द्वीपों पर मध्यम बारिश रेकॉर्ड की गयी। राजस्थान, दक्षिण गुजरात, दक्षिण मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश देखी गयी। जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई। पंजाब, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम को छोड़कर देश के अधिकांश स्थानों पर दिन के तापमान 30 के दशक से ऊपर बना रहा।
देश भर में बने मौसमी सिस्टम
गंभीर चक्रवात महा पूर्व-मध्य अरब सागर में दक्षिण-पश्चिम वेरावल से लगभग 550 किमी दूर स्थित है। यह सिस्टम अगले 48 घंटों के दौरान बहुत ही भयंकर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। यह 4 नवंबर तक उत्तर-पश्चिम की ओर में बढ़ेगा। पश्चिम-मध्य अरब सागर पर बने डिप्रेशन अब निम्न दबाव के क्षेत्र में कमजोर होने की संभावना है। थाईलैंड की खाड़ी के ऊपर स्थित हवाओं का एक चक्रवात अगले 24 घंटों के दौरान निम्न दबाव के क्षेत्र के रूप में बदल जाने की उम्मीद है। त्रिपुरा और आस-पास के इलाकों पर और हवाओं का एक चक्रवात बना हुआ है। जम्मू-कश्मीर के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ देखा जा सकता है। एक और हवाओं का चक्रवात दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान और उससे सटे पश्चिम पाकिस्तान के ऊपर देखा जा सकता है। (शेयर मंथन, 02 नवंबर 2019)