कोरोना वायरस (Coronavirus) के फैलाव से अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों से निबटने के लिए उठाये जा रहे कदमों के तहत भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नीतिगत ब्याज दरों में कटौती का ऐलान किया है।
रेपो दर (Repo Rate) में आरबीआई ने 75 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती की है और यह अब घट कर 4.4% हो गया है। इससे पहले यह 5.15% था। इसके अलावा रिवर्स रेपो दर (Reverse Repo Rate) में 90 बेसिस प्वाइंट्स की कमी करते हुए इसे 4.90% से घटा कर 4% पर लाया गया है। ध्यान रहे कि रेपो दर वह ब्याज दर है, जिस पर व्यावसायिक बैंक आरबीआई से बहुत अल्पावधि का ऋण लेते हैं, जबकि रिवर्स रेपो दर वह ब्याज दर है, जो बैंकों को आरबीआई के पास पैसा जमा रखने पर मिलता है।
कोरोना वायरस से उत्पन्न संकट की वजह से मौद्रिक नीति समिति (MPC) की समय से पहले हुई बैठक में नकद आरक्षित अनुपात (CRR) को 100 बेसिस प्वाइंट्स घटाते हुए 3% करने का फैसला किया गया है। सीआरआर की इस कटौती से व्यवस्था में 1.37 लाख करोड़ रुपये का प्रवाह होगा।
पहले एमपीसी की बैठक 31 मार्च से तीन अप्रैल तक होनी थी, लेकिन कोरोना संकट के मद्देनजर यह बैठक 24 से 27 मार्च के बीच हुई। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने शुक्रवार को सुबह अपनी प्रेस कांफ्रेंस में स्वीकार किया कि कोरोना संकट की वजह से मौजूदा वक्त में अर्थव्यवस्था से जुड़ी संभावनाएँ काफी अनिश्चित हैं और आगे चलते हुए यह इस बात पर निर्भर करेगा कि भारत इस महामारी से कैसे निबटता है। (शेयर मंथन, 27 मार्च 2020)