वित्त मंत्रालय ने मौजूदा वित्तीय वर्ष 2015-16 में देश की सकल घरेलू उत्पाद 7.5% से भी अधिक रहने की उम्मीद जतायी है।
सरकार का कहना है कि सरकार बजट में रखे गये आय लक्ष्य से केवल 5% से 7% पीछे है। प्रत्यक्ष कर से प्राप्त होने वाली आय उम्मीद से कम रहने के कारण ही यह कमी रह गयी है। हालाँकि इसके बावजूद सरकार इन आँकड़ो से संतुष्ट है। चालू वित्तीय वर्ष में कुल कर आय 14 लाख करोड़ रुपये है जबकि बजट अनुमान 14.5 लाख करोड़ रुपये है। वर्तमान में कुल प्राप्त कर आय अनुमानित कर आय से 50,000 करोड़ रुपये कम है। वैश्विक मंदी और निर्यात कारोबार में आयी गिरावट के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती हुई बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है। मंहगाई दर के काबू में होने और रिजर्व बैंक द्वारा जारी सकरात्मक मौद्रिक नीति समिक्षा को देखते हुए सरकार को उम्मीद है कि चालू वित्तीय वर्ष में देश की सकल घरेलू उत्पाद 7.5% से अधिक रह सकता है।
(शेयर मंथन, 5 अक्टूबर 2015)