
यस बैंक (Yes Bank) को वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में 1,507 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है।
यह बैंक को 14 वर्षों में हुआ सबसे बड़ा तिमाही घाटा है। इसके मुकाबले पिछले कारोबारी साल की समान तिमाही में यस बैंक को 1,179.44 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। बैंक को इतना अधिक घाटा बैड लोन (खास कर आईएलऐंडएफएस और जेट एयरवेज) के कारण हुआ है।
साल दर साल आधार पर जनवरी-मार्च तिमाही में यस बैंक की शुद्ध ब्याज आमदनी 16.3% बढ़ कर 2,506 करोड़ रुपये रही, मगर गैर-ब्याज आमदनी 62.6% घट कर 531.7 करोड़ रुपये की रह गयी। वहीं बैंक का ऑप्रेटिंग लाभ 2,135.4 करोड़ रुपये से 38% घट कर 1,323.4 करोड़ रुपये रह गया, जबकि प्रोविजन 399.6 करोड़ रुपये की तुलना में 816.2% की बढ़ोतरी के साथ 3,661.7 करोड़ रुपये पर पहुँच गये।
यस बैंक का एनपीए अनुपात भी बढ़ा है। साल दर साल आधार पर ही बैंक का सकल एनपीए अनुपात 1.28% के मुकाबले 3.22% और शुद्ध एनपीए अनुपात 0.64% से अंक बढ़ कर 1.86% हो गया। यस बैंक का पूँजी पर्याप्तता अनुपात (बेससल-3) 18.4% से घट कर 16.5% रहा।
उधर शुक्रवार को बीएसई में यस बैंक का शेयर 0.30 रुपये या 0.13% की गिरावट के साथ 237.40 रुपये के भाव पर बंद हुआ। इस भाव पर बैंक की बाजार पूँजी 54,982.74 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 404.00 रुपये और निचला स्तर 147.00 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 27 अप्रैल 2019)
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