अंतरराष्ट्रीय बाजार से सकारात्मक संकेत लेते हुये कॉटन वायदा (दिसंबर) की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 20,400 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
कोविड-19 वैक्सीन के मोर्चे पर अधिक प्रगति के बाद तेजी आर्थिक रिकवरी की उम्मीद से कपास की माँग की संभावनाओं में बढ़ोतरी होने के कारण कल कॉटन की कीमतें 1-1 प्रति 2-वर्ष के उच्च स्तर पर पहुँच गयी। ब्रिटेन ने मंगलवार को बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान शुरू किया, जबकि कनाडा यूनाइटेड किंगडम और बहरीन के बाद तीसरा देश बन गया, जिसने फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन को हरी झंडी दे दी है।
चना वायदा (दिसंबर) की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 4,630-4,650 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। नाफेड मूल्य स्थिरीकरण योजना के तहत रबी सीजन- 2020 के स्टॉक को दिसम्बर महीने में सभी राज्यों को 5,100 रुपये प्रति क्विंटल के आधार मूल्य पर या उससे ऊपर बेचेगा। इसके तहत दिसंबर, 2020 महीने के लिए 1.5 लाख टन चना की प्रारंभिक मात्रा प्रदान किया है। कम आपूर्ति और पेराई के लिए मिलों की ओर से तत्काल खरीद के कारण राजस्थान और मध्य प्रदेश मूल के चना का दिल्ली के लॉरेंस रोड बाजार में अधिक कीमतों पर कारोबार किया।
ग्वारसीड वायदा (दिसंबर) की कीमतों के 3,950-3,980 रुपये के स्तर तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है जबकि ग्वारगम वायदा (दिसंबर) की कीमतें 6,115 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती हैं। ऐसी खबर है कि कुछ निर्यातकों को कच्चे ग्वारगम के ऑर्डर मिले हैं। जोधपुर में बड़ी संख्या में ग्वारगम और पाउडर प्लांट ने बेहतर निर्यात ऑर्डर और व्यापार की अधिक मात्रा का संकेत दिया। बाजार अनुमानों के अनुसार, जोधपुर में ही लगभग 500-1000 मीटिंक टन ग्वारगम का कारोबार हुआ। जोधपुर के बाजार में ग्वारगम की कीमतें 150 रुपये बढ़कर 6,000-6,050 रुपये प्रति क्विंटल हो गयी है। जोधपुर में ग्वारसीड की कीमतें 100 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ गयी है। मिलें आक्रामक तरीके से ग्वारसीड की खरीद कर रही हैं। राजस्थान, हरियाणा और गुजरात की मंडियों ने भी ग्वारसीड की कीमतों में अच्छी बढ़ोतरी हुई है। (शेयर मंथन, 11 दिसंबर 2020)
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