शेयर मंथन में खोजें

कॉटन को 35,250-36,550 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना - एसएमसी

सरकार द्वारा 10% आयात शुल्क जारी रखने के फैसले और कपास की स्टॉक सीमा को लेकर कोई कदम नहीं उठाने के फैसले के कारण कॉटन वायदा (दिसंबर) की कीमतें कल 2% बढ़ी है।

अब कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 35,250-36,550 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। उत्पादन में कमी की आशंका और निर्यात के लिए कच्चे कपास की अधिक माँग के कारण वर्तमान समय में कपास की कीमतें वर्ष-दर-वर्ष 65% अधिक हैं। कताई मिलों की ओर से खरीदारी बढ़ गयी है, जबकि दैनिक आवक स्थिर रही। सीएआई के आँकड़ों के अनुसार, नवंबर तक आवक लगभग 15% घटकर 77.76 लाख बेल रह गयी, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 91.57 लाख बेल आवक हुई थी। विशेषज्ञों के अनुसार, एक अक्टूबर से शुरू हो रहे इस सीजन में अब तक राज्य की मंडियों में कपास की कुल आवक पिछले साल की तुलना में कम रही है, जिसके परिणामस्वरूप मिलों के पास कपास का बचा हुआ स्टॉक कम हो गया है। यूएसडीए की नवीनतम मासिक आँकड़ों के अनुसार 2021-22 में विश्व स्तर पर कपास उत्पादन 0.18% कम होकर 121.56 मिलियन बेल रह सकता है, लेकिन भारत में कपास उत्पादन में कोई बदलाव नहीं हुआ।
मुनाफा वसूली के कारण ग्वारसीड वायदा (फरवरी) की कीमतों में कल 0.5% की गिरावट हुई है। कीमतों के 6,110-6,400 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। वर्तमान में, कम उत्पादन, कई वर्षो में कम स्टॉक और अच्छी निर्यात माँग की संभावना से कीमतें वर्ष-दर-वर्ष 58% अधिक हैं। अक्टूबर में, ग्वारगम का निर्यात वर्ष-दर-वर्ष 60% बढ़कर 27,150 टन हो गया, जबकि 2021-22 (अप्रैल-सितंबर) में निर्यात वर्ष-दर-वर्ष 46% बढ़कर 1.85 लाख टन हो गया।
कैस्टरसीड वायदा (फरवरी) की कीमतों में कल गिरावट हुई है और अब कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 5,930-6,100 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। पिछले एक महीने में अरंडी बीज की कीमतो में 10% की गिरावट हुई है क्योंकि सितंबर-नवंबर के दौरान निर्यात पिछले साल के 1.65 लाख टन की तुलना में 16% घटकर 1.39 लाख टन रह गया।
इसी तरह (अगस्त-नवंबर) के दौरान अरंडीमील के निर्यात में 32% की गिरावट हुई है। लेकिन कृषि मंत्रालय के अग्रिम अनुमानों के अनुसार कम रकबा होने के कारण अरंडी का उत्पादन पिछले तीन वर्षों में सबसे कम 15.98 लाख टन होने का अनुमान है। (शेयर मंथन, 07 जनवरी 2022)

Add comment

कंपनियों की सुर्खियाँ

निवेश मंथन पत्रिका

  • 10 शेयर 10 फंड : निवेश मंथन पत्रिका (अक्टूबर 2024)

    यह एक संयोग है कि पिछले वर्ष की दीपावली के समय भी भारतीय शेयर बाजार कुछ ठंडा पड़ा था और इस साल भी बाजार में दीपावली के समय लाली ही ज्यादा बिखरी है। लेकिन पिछली दीपावली के समय जो थोड़ी निराशा बाजार में दिख रही थी, उस समय जिन निवेशकों ने सूझ-बूझ से नया निवेश किया, उन्हें अगले 1 साल में बड़ा सुंदर लाभ हुआ।

  • आईपीओ की आँधी : निवेश मंथन पत्रिका (सितंबर 2024)

    शेयर बाजार ने हाल में नये रिकॉर्ड स्तरों की ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप सभी तरह के शेयर खूब चले हैं, दौड़े हैं, कुछ तो उड़े भी हैं!

देश मंथन के आलेख

विश्व के प्रमुख सूचकांक

निवेश मंथन : ग्राहक बनें

शेयर मंथन पर तलाश करें।

Subscribe to Share Manthan

It's so easy to subscribe our daily FREE Hindi e-Magazine on stock market "Share Manthan"