शक्रुवार को काटॅन वायदा (फरवरी) की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है।
अब कीमतों के 37,360 रुपये के स्तर पर सहारा 38,000 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। उत्पादन में कमी की आशंका और नियार्त के लिए कच्चे कपास की अधिक माँग के कारण वर्तमान समय में कपास की कीमतों वर्ष- दर-वर्ष 76% अधिक है, जबकि पिछले एक महीने में 6% बढ़ी है। सीएआई ने 2021-22 सीजन में कपास के उत्पादन अनुमान को 12.00 लाख बेल घटाकर के 348.13 लाख बेल (1 बले 170 किलोग्राम) कर दिया है। जबकि पिछला अनुमान 360.13 लाख बेल उत्पादन का था, जबकि घरले खपत में 10 लाख बले की बढोतरी हुई। युएसडीए ने अपनी मासिक रिपार्टे में भारत में कपास क उत्पादन को पिछले महीने के 28 मिलियन बले से घटाकर 27.5 मिलियन बेल कर दिया है जबकि सबसे बड़े नियार्त कें अमेरिका में कपास के उत्पादन में 3.61% की कटौती करके 17.6 मिलियन बेल कर दिया गया है।
ग्वारसीड वायदा (फरवरी) की कीमतों में शक्रुवार को 0.3% की बढोतरी हुई है। कीमतों में 6,270 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 6,400 रुपये तक बढोतरी होने की संभावना है। वर्तमान में कम उत्पादन, कई वर्षा में कम स्टॉक और अच्छी नियार्त माँग की संभावना से कीमतें वर्ष-दर-वर्ष 58% अधिक है। नवम्बर में ग्वारगम का नियार्त वर्ष-दर-वर्ष 33% बढ़कर 24,150 टन हो गया, जबकि 2021-22 (अप्रलै-नवम्बर) में नियार्त वर्ष-दर-वर्ष 44.4% बढ़कर 2.09 लाख टन हो गया।
कैस्टरसीड वायदा (फरवरी) की कीमतें शक्रुवार को 1.1% की बढत़ के साथ बदं हुई है और अब कीमतें 6,425-6,600 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। 2022 में कीमतों मे बढोतरी हो रही है और वर्ष-दर-वर्ष 48% अधिक है। गुजरात कृषि विभाग के दसूरे अगिम्र अनुमान ने अरंडी के उत्पादन को 1 लाख टन घटाकर 13.02 लाख टन कर दिया, जबकि पहले अनुमान मे यह 14 लाख टन था। पिछले साल 13.45 लाख टन उत्पादन हुआ था। कीमतों में बढोतरी के कारण पिछले तीन महीनों के दौरान अरंडी के तले का नियार्त कम हुआ है। सितंबर-नवंबर के दौरान नियार्त पिछले साल के 1.65 लाख टन की तुलना में 16% घटकर 1.39 लाख टन रह गया। इसी तरह (अगस्त-दिसंबर) के दौरान अरंडीमील के नियार्त में 16.5% की गिरावट हुई है। (शेयर मंथन, 07 फरवरी 2022)
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