कच्चे तेल की कीमतों में नरमी का रुझान जारी रहने की संभावना है।
अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में बढ़ोतरी और रिफाइनरियों की ओर से कमजोर माँग के कारण आज तेल की कीमतों में गिरावट हुई है। लेकिन ओपेक और रूस द्वारा तेल उत्पादन में कटौती और मध्य-पूर्व में तनाव के कारण तेल की कीमतों में मदद मिल सकती है। ईआईए के अनुसार 17 मई को समाप्त हफ्ते में अमेरिकी कच्चे तेल का भंडार 47 लाख बैरल की बढ़ोतरी के साथ 47.68 करोड़ बैरल हो गया है।
सऊदी अरब ने कहा है कि तेल बाजार को संतुलित रखने के लिए वह पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। कच्चे तेल की कीमतों के 4,320 रुपये पर बाधा के साथ 4,200 रुपये के स्तर पर पहुँच जाने की संभावना है। ओपेक और रूस द्वारा इस वर्ष के प्रारंभ से तेल उत्पादन में कटौती और ईरान एवं वेनेजुएला पर अमेरिकी प्रतिबंध के कारण कच्चे तेल की कीमतों में 30% से अधिक की बढ़ोतरी हुई है।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में नरमी रह सकती है। इसकी कीमतों को 181 रुपये पर अड़चन रहने की संभावना है और कीमतें 175 रुपये तक लुढ़क सकती हैं। (शेयर मंथन, 23 मई 2019)
सऊदी अरब ने कहा है कि तेल बाजार को संतुलित रखने के लिए वह पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। कच्चे तेल की कीमतों के 4,320 रुपये पर बाधा के साथ 4,200 रुपये के स्तर पर पहुँच जाने की संभावना है। ओपेक और रूस द्वारा इस वर्ष के प्रारंभ से तेल उत्पादन में कटौती और ईरान एवं वेनेजुएला पर अमेरिकी प्रतिबंध के कारण कच्चे तेल की कीमतों में 30% से अधिक की बढ़ोतरी हुई है।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में नरमी रह सकती है। इसकी कीमतों को 181 रुपये पर अड़चन रहने की संभावना है और कीमतें 175 रुपये तक लुढ़क सकती हैं। (शेयर मंथन, 23 मई 2019)