कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,150 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 3,060 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
सीओवीआईडी-19 महामारी की एक नयी लहर के बीच बढ़ते लॉकडाउन के कारण कमजोर माँग की आशंका से आज तेल की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। संयुक्त राज्य अमेरिका और दुनिया के अन्य हिस्सों में कोरोना वायरस संक्रमण और नये प्रतिबंधें के प्रसार ने बाजार की धारणा को प्रभावित किया क्योंकि इससे ईंधन की माँग बाधित हुई। इस महीने के अंत में अमेरिकी थैंक्सगिविंग अवकाश से पहले निवेशक हाल की तेजी के बाद मुनाफा वसूली कर रहे हैं। सीओवीआईडी-19 महामारी की एक नयी लहर के बीच कमजोर माँग से निपटने के लिए, सऊदी अरब ने ओपेक प्लस समूह के साथी सदस्यों को तेल बाजार की जरूरतों के अनुरूप लचीला होने की अपील की है। ओपेक प्लस 30 नवंबर और 1 दिसंबर को होने वाली बैठक में उत्पादन कोटा बदलने की सिफारिश कर सकती है। सूत्रों के अनुसार यह समूह तेल की कीमतों को समर्थन देने के लिए कम से कम तीन महीने के लिए तेल उत्पादन में एक जनवरी से वृद्धि की योजना को स्थगित करने करने पर विचार कर सकता है क्योंकि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर जारी है।
नेचुरल गैस की कीमतों में उठापटक के साथ कारोबार हो सकता है और कीमतों को 203 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 208 के स्तर पर अड़चन रह सकता है। नेचुरल गैस के भंडार में अनुमान से अधिक बढ़ोतरी के कारण कल नेचुरल गैस की कीमतों में गिरावट हुई है। ईआईए के अनुसार 13 नवंबर, 2020 तक नेचुरल गैस का भंडार 3,958 बीसीएफ था जो पिछले सप्ताह से 31 बीसीएफ की बढ़ोतरी हुई है जबकि अनुमान 14 बीसीएपफ की बढ़ोतरी का था। (शेयर मंथन, 20 नवंबर 2020)