कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,850 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 3,760 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
सरकारी प्रोत्साहनों से वैश्विक आर्थिक विकास को गति मिलने और वैश्विक स्तर पर कोविड-19 महामारी से लॉकडाउन को लेकर ईंधन की खपत को लेकर चिंता कम होने से आज ब्रेंट कच्चा तेल वायदा की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। निवेशक दुनिया के शीर्ष कच्चे तेल आयातक चीन में माँग को लेकर उत्साहित हैं। सोमवार को जारी आँकड़ों के अनुसार 2020 में अपने रिफाइनरी उत्पादन में 3% का एक नया रिकॉर्ड बनाया है। चीन पिछले साल में धीमेपन से निकलने वाला दुनिया की एकमात्रा प्रमुख अर्थव्यवस्था है। अभी कई देश कोविड-19 महामारी की समस्या से जूझ रहे है। निवेशक बुधवार को 1.9 ट्रिलियन डॉलर के सहायता पैकेज के विवरण के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति बिडेन के उद्घाटन भाषण का इंतजार कर रहे हैं। तेल और गैस की कीमतों में बढ़ोतरी को मदद करने के लिए सऊदी अरब और रूस जैसे अन्य प्रमुख उत्पादकों ने अपने उत्पादन में कटौती की है। लेकिन विश्व स्तर पर बढ़ते कोविड-19 मामलों और ईंधन की माँग को नये सिरे से कम करने वाले लॉकडाउन के कारण तेल की कीमतों पर दबाव बना हुआ है।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेज उठापटक होने की संभावना है और कीमतों को 197 रुपये के स्तर पर रुकावट और 187 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। संयुक्त राज्य अमेरिका के पश्चिमी तट पर मौसम के औसत से अधिक ठंडा रहने की उम्मीद है और संयुक्त राज्य के पूर्वी तट पर औसत से अधिक गर्म की उम्मीद है। (शेयर मंथन, 20 जनवरी 2021)